एमबीपीजी कॉलेज में अराजकता, पेयजल लाइन व ताले तोड़े nainital news
अराजक तत्वों ने कॉलेज परिसर में पानी की लाइन अंडर ग्राउंड टैंक के ढक्कन टोंटिया तोड़ डाले। पांच सदस्यीय जांच टीम गठित कर चार दिसंबर तक रिपोर्ट मांगी गई है।
हल्द्वानी, जेएनएन : एमबीपीजी कॉलेज में अराजकता चरम पर है। कभी निर्माण कार्य में लगे मजदूरों से मारपीट तो कभी प्रदर्शन के नाम पर हुड़दंग, मगर इस बार अराजकता की हद ही पार कर दी गई। अराजक तत्वों ने कॉलेज परिसर में पानी की लाइन, अंडर ग्राउंड टैंक के ढक्कन, टोंटिया तोड़ डाले। मामले की जानकारी मिलने पर पांच सदस्यीय जांच टीम गठित कर चार दिसंबर तक रिपोर्ट मांगी गई है।
पूर्व में एमबीपीजी कॉलेज के कुछ छात्र नेताओं ने गर्मियों में पेयजल समस्या दूर करने व स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की थी। जिसके बाद कॉलेज की पेयजल एवं स्वच्छता समिति ने अंडर ग्राउंड व ओवरहेड टैंकों की सफाई कराई। इंटरनल लिफ्टिंग सिस्टम के माध्यम से पेयजल किल्लत दूर की गई। साथ ही ओवरहेड व अंडरग्राउंड टैंकों में ढक्कन व ताला लगाया गया। मगर, कुछ दिन पहले पेयजल एवं स्वच्छता समिति को टैंकों में लगे ढक्कन व ताले टूटे मिले। निरीक्षण करने पर प्राचार्य कक्ष के ठीक सामने लगी टोंटियां व पेयजल लाइन भी टूटी थी। समिति ने इसकी रिपोर्ट प्राचार्या डॉ. बीना खंडूड़ी को दी। जिसके बाद शनिवार को प्राचार्या ने पांच सदस्यीय जांच समिति बनाते हुए चार दिसंबर तक रिपोर्ट व तोडफ़ोड़ में लिप्त लोगों की जानकारी देने को कहा है। समिति का अध्यक्ष डॉ. गोविंद पाठक को बनाया गया है।
अंदर के लोगों पर ही शक
तोडफ़ोड़ मामले में कॉलेज के अंदर के कुछ लोगों पर शक जताया जा रहा है। शिक्षकों की मानें तो जबरन पानी निकालने के चक्कर में ताले व ढक्कन तोड़े गए हैं।
चालान काटने पर भड़के छात्रनेता
एमबीपीजी कॉलेज के मुख्य गेट के बाहर खड़ी दो बाइकों का चालान काटे जाने पर छात्रनेता भड़क गए। नाराज छात्रनेता चालान छुड़वाने की मांग को लेकर सभागार में चल रहे एक कार्यक्रम में धमक गए। जहां एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव भी मौजूद थे। बाद में छात्रों को बमुश्किल शांत कराकर वापस भेजा गया। इधर, भोटियापड़ाव चौकी पुलिस ने दोनों बाइकों को चौकी में खड़ा करवा दिया। इस मामले में प्राचार्या डॉ. बीना खंडूड़ी ने कहा कि तोडफ़ोड़ मामले में जांच समिति गठित की गई है। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले पर अनुशासनात्मक कार्रवाई तो होगी ही, साथ में नुकसान पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
यह भी पढ़ें : कुमाऊं विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में स्नातक पहले सेमेस्टर के छात्रों को नहीं देनी होगी परीक्षा