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विश्व की महातम सेनाओं से संयुक्त युद्धाभ्यास से दुनिया होगी सुरक्षित

नैनीताल से सटे रानीखेत में चल रहे संयुक्त युद्धाभ्यास पर दुनिया की नजर है।

By Edited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 01:05 PM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 03:49 PM (IST)
विश्व की महातम सेनाओं से संयुक्त युद्धाभ्यास से दुनिया होगी सुरक्षित
विश्व की महातम सेनाओं से संयुक्त युद्धाभ्यास से दुनिया होगी सुरक्षित
नैनीताल (जेएनएन) : नैनीताल से सटे रानीखेत में चल रहे संयुक्त युद्धाभ्यास पर दुनिया की नजर है। अमेरिका जैसी विश्व की महाशक्तिशाली सेना के साथ भारतीय जवान हर स्तर पर मोर्चा ले रहे हैं। अमेरिकी सैनिक भी भारतीय जवानों के पराक्रम से अचंभित हैं। फिलहाल इस युद्ध को हर लिहाज से खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासतौर पर संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) के चार्टर पर आधारित विश्व शांति को चलाए जाने वाले विभिन्न ऑपरेशनों के लिए यह दीर्घकालीन परिणाम देगा। इससे उत्साहित अमेरिकी सैन्य कमांडर विलियम ग्राहम ने कहा, विश्व की दो महानतम सेनाओं को एक दूसरे से बहुत कुछ सीखने को मिल रहा। अमेरिकी सैन्य कमांडर विलियम ने भारतीय व यूएस आर्मी को विश्व की महान सेना की संज्ञा देते हुए कहा, यह युद्धाभ्यास आने वाले दौर में एक बेहतर परिणाम देगा। खासतौर पर आतंकवाद का सफाया कर विश्व शांति कायम करने में दोनों गणतांत्रिक देश एक मंच पर व ऑपरेशन में एक दूसरे की मदद से मुहिम को अंजाम तक पहुंचाएंगे। जमीनी जंग में भारत को पूरा ज्ञान व विशेषज्ञता : लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा भारतीय सेना के चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ (मध्य कमान लखनऊ) लेफ्टिनेंट जनरल जेके शर्मा ने कहा, भारत की फौज जमीनी जंग में माहिर ही नहीं बल्कि उसे बेहतर ज्ञान व विशेषज्ञता भी हासिल है। संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) की गाइडलाइन के तहत भारत व अमेरिकी फौज संभावित ऑपरेशन में और बेहतर कर दिखाएंगे। चौबटिया छावनी क्षेत्र में मंगलवार को संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास के तहत 'कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन' का जायजा लेने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने कहा, भारतीय व अमेरिकी सेना के संयुक्त युद्धाभ्यास का मुख्य उद्देश्य बेहतर अनुभव, अभ्यास व ऑपरेशन को साझा करना है। इससे देश व सेना को बड़ा दीर्घकालिक लाभ पहुंचेगा। दोनों देशों के सैन्य विशेषज्ञ व सेना आगे संयुक्त ऑपरेशन को बेहतर ढंग से अंजाम दे सकेंगे। इस मौके पर मेजर जनरल (सेना मेडल) कवींद्र सिंह, ब्रिगेड कमांडर विजय काला, डिप्टी कमांडर दलविंदर सिंह आदि भी मौजूद रहे। वर्ष 2009 में उतारी थी मैक्नाइज्ड बटालियन चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ मध्य कमान लेफ्टिनेंट जनरल जेके शर्मा ने कहा कि वर्ष 2009 के संयुक्त युद्धाभ्यास में भारत की मैक्नाइज्ड इंफेंट्री बटालियन व अमेरिका की स्ट्राइकर बटालियन भी शामिल रही थी। मगर यूएनओ के चार्टर में केवल जमीनी जंग को ही शामिल किया गया है। समय आने पर मैक्नाइज्ड, जल व वायु सेना को भी युद्धाभ्यास का हिस्सा बनाया जा सकता है।

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