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अल्मोड़ा जल संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी ने हल्द्वानी में की आत्महत्या, होटल के कमरे में इस हाल में मिला शव

अल्मोड़ा में तैनात जल संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी राधाकिशन हल्द्वानी के रोडवेज बस स्टेशन के पास कमरा लेकर रुके थे। दरवाजा न खुलने पर होटल कर्मियों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और जांच में जुट गई।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Thu, 23 Mar 2023 12:58 PM (IST)Updated: Thu, 23 Mar 2023 12:58 PM (IST)
अल्मोड़ा जल संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी ने हल्द्वानी में की आत्महत्या, होटल के कमरे में इस हाल में मिला शव
होटल के कमरे में शव मिलने के मामले में पूछताछ करती पुलिस। -जागरण

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता। अल्मोड़ा में तैनात जल संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी ने हल्द्वानी में खुदकुशी कर ली। उनका शव रोडवेज बस स्टेशन के पास होटल के कमरे में मिला है। मौके पर सल्फाश का डिब्बा भी बरामद हुआ है। पुलिस आज शव का पोस्टमार्टम कराएगी। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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यह है पूरा मामला

कोतवाल हरेंद्र चौधरी को सूचना मिली कि रोडवेज बस स्टेशन के पास तिवाड़ी टूरिस्ट होटल का एक कमरा अंदर से बंद है। कमरे में गेस्ट ठहरा हुआ था। इस पर कोतवाल, एसएसआइ विजय मेहता व मंगलपड़ाव चौकी इंचार्ज जगदीप नेगी मौके पर पहुंचे। दरवाजा तोड़कर देखा तो बेड पर शव पड़ा था। पास में सल्फाश का डिब्बा व एक बैग था। होटल के रिसेप्शन में मृतक का आधार कार्ड जमा था। जिससे शिनाख्त अल्मोड़ा के चिंकुड़ा पटगलिया, महरागांव निवासी 54 वर्षीय राधाकिशन जोशी पुत्र रमेश चंद्र जोशी के रूप में हुई।

क्या कहती है पुलिस

कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि राधाकिशन अल्मोड़ा जल संस्थान कार्यालय में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। मंगलवार शाम छह बजे राधाकिशन ने किराए पर कमरा लिया था। देर शाम खाना खाया। इसके बाद बाहर नहीं आए। आत्महत्या की सूचना स्वजन को दे दी गई है।

पिता का परिचित बताकर दो लोगों से ठग लिए 40 हजार

साइबर अपराधियों ने पिता का परिचित बताकर दो लोगों से 40 हजार की रकम ठग ली। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मल्लीताल निवासी गीता भट्ट व मुकेश कुमार ने तहरीर देकर कहा है कि उनके पास बीती रोज अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। फोन करने वाला व्यक्ति खुद को उनके पिता का परिचित और उनके पिता से पूर्व में लिए गए 25 हजार रुपये लौटाने की बात करने लगा। उसने दोनों को झांसे में लेकर गूगल पे नंबर ले लिया और संबंधित रकम उनके खाते में डालने की बात कही।

कुछ ही देर में दोनों के मोबाइल पर 25 हजार उनके खाते में आने का मैसेज प्राप्त हुआ। कुछ देर बाद उक्त व्यक्ति दोनों से कुछ पैसे वापस करने की मांग करने लगा। जिस पर दोनों ने 20-20 हजार उसके नंबर पर वापस कर दिए। कुछ देर बाद गूगल पे पर बैलेंस चैक किया तो दोनों के खाते से रकम तो कट गई, मगर पूर्व में पैसे मिलने का मैसेज फर्जी निकला। जिससे दोनों को ठगी का एहसास हुआ।


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