38 शराब की दुकानों का लॉटरी पद्धति से आवंटन
नैनीताल जिले में देसी व विदेशी मदिरा की दुकानों का लॉटरी पद्धति से आवंटन किया गया।
जासं, नैनीताल : जिले में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए देसी व विदेशी मदिरा की दुकानों लॉटरी पद्धति से आवंटन किया गया। 38 दुकानों से सरकार को एक अरब 69 करोड़ राजस्व का फायदा मिलेगा। आबकारी महकमे द्वारा आवंटन प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम सविन बंसल, एसएसपी सुनील मीणा की देखरेख में दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया लाटरी पद्धति से की गई। जिला आबकारी अधिकारी राजीव चौहान ने बताया कि 38 देसी-विदेशी मदिरा की दुकानों तथा एक बीयर दुकान का आवंटन किया गया। देसी मदिरा की 18 दुकानों से 48 करोड़ 92 लाख पांच हजार, विदेशी मदिरा की 20 दुकानों से 120 करोड़ 41 लाख 69 हजार तथा एक बीयर शॉप के आवंटन से 15 लाख 27 हजार कुल एक अरब 69 करोड़ 49 लाख 11 हजार का राजस्व प्राप्त हुआ। जिले की 13 में से 12 देसी तथा एक विदेशी मदिरा की दुकान का आवंटन आवेदन प्राप्त न होने के कारण नहीं हो सका। इन दुकानों से 58 करोड़ का राजस्व मिलना है।
उन्होंने बताया कि जिले में नवीनीकरण प्रक्रिया से आठ विदेशी, दो देसी मदिरा की दुकानों से 31 करोड़ 42 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर एडीएम कैलाश टोलिया, एसडीएम विनोद कुमार, एएसपी राजीव मोहन, आबकारी निरीक्षक महेंद्र बिष्ट, हरीश जोशी, सोनू सिंह, पूरन जोशी, हिमांशु पांडे, कृतिका बिष्ट, हेम पाटनी आदि मौजूद थे। सात दुकानों की लॉटरी महिलाओं के नाम
जिले में लॉटरी की दुकानों के लिए 139 महिलाओं ने आवेदन किया था, जिसमें से सिर्फ सात महिलाएं के नाम लॉटरी खुली। इसमें भवानीगंज की दुकान शोभा कांडपाल, भवाली की दीपा चौनाल, कालाढूंगी की हिमानी पांडे, खनस्यू की दीपा चौनाल, मंगलपड़ाव की बसंती देवी, पीरूमद्वारा की गंगा देवी तथा रामपुर रोड हल्द्वानी की दुकान बसंती देवी के नाम खुली।
कड़ी सुरक्षा व सफाई इंतजामों के बीच निपटी प्रक्रिया
कलेक्ट्रेट में कड़ी सुरक्षा तथा कोरोना वायरस को देखते हुए साफ सफाई के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मुख्य गेट पर प्रत्येक को सेनिटाइजर करने के बाद ही प्रवेश दिया गया। जबकि सभागार के बाहर थर्मामीटर गन से परीक्षण तथा चेकिंग के बाद ही प्रवेश दिया गया। डीएम समेत अधिकारी, कर्मचारी, लॉटरी डालने वाले तथा अन्य लोग मास्क पहने थे। नियमित अंतराल में सेनिटाइजर दिया गया। हाथों में ग्लब्ज भी पहने थे। इधर इंटरनेट सेवा करीब दस मिनट ठप रहने से नीलामी प्रक्रिया भी अटकी रही।