Uttarakhand News: उच्च हिमालय को जाने वाले यात्रियों का पूरा ब्योरा रखेगा प्रशासन, आपदा के दौरान मिलेगी मदद
जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने बताया कि ट्रैकर रजिस्ट्रेशन एप में ट्रैकरों से जुड़ी सभी जानकारियां रहेंगी। यात्रियों को उच्च हिमालय में स्वास्थ या अन्य कोई भी दिक्कत आने पर पर मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर तत्काल मदद मुहैया कराई जाएगी।
जागरण संवाददाता,पिथौराागढ़: आदि कैलास यात्रा पर आए पुणे के दो यात्रियों की हृदय गति रुक जाने से हुई मौत के बाद अब प्रशासन ने यात्रियों का पूरा ब्यौरा अपने पास रखने की योजना तैयार की है। इसके लिए ट्रेकर रजिस्ट्रेशन एप तैयार किया गया है।
उच्च हिमालय में आदि कैलास यात्रा के साथ ही घूमने के लिए जाने वाले यात्रियों को इनर लाइन परमिट जारी करने के लिए प्रशासन ने हाल ही में एप लांच किया था। इस एप के माध्यम से देश में कहीं भी बैठकर इनर लाइन परमिट के लिए आवेदन किया जा सकता है।
प्रशासन ने एनआईसी के माध्यम से इस एप का एक्सटेंशन करते हुए ट्रैकर रजिस्ट्रेशन एप तैयार किया है। इस एप में यात्रियों की मेेडिकल हिस्ट्री सहित तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां रहेंगी। यात्रियों को उच्च हिमालय में स्वास्थ या अन्य कोई भी दिक्कत आने पर पर मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर तत्काल मदद मुहैया कराई जाएगी।
जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने बताया कि ट्रैकर रजिस्ट्रेशन एप में ट्रैकरों से जुड़ी सभी जानकारियां रहेंगी। इससे आपात स्थिति में तत्काल मदद पहुंचाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने बताया कि आगामी सात जुलाई से दस जुलाई तक मुख्यमंत्री के जनपद प्रवास का कार्यक्रम है। इसी दौरान इस एप को लांच किया जाएगा।
सात दिवसीय रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण संपन्न
विकास खंड मूनाकोट के युवाओं का सात दिवसीय रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण गुरूवार को संपन्न हुआ। रोबोटिक सर्जन डा.गिरधर सिंह बोरा ने प्रतिभागियों को स्मृति चिंह और प्रमाण पत्र प्रदान किए।पर्यटक आवास गृह परिसर में आयोजित समापन कार्यक्रम में बोलते हुए डा.गिरधर सिंह बोरा ने कहा है कि सीमांत जिले पिथौरागढ़ में साहसिक खेलों की अपार संभावनाए हैं। रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण भविष्य में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खोलेगा। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिंह प्रदान करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
निगम के साहसिक पर्यटन प्रबंधक दिनेश गुरूरानी ने प्रशिक्षण की आख्या प्रस्तुत करते हए बताया कि सीएमबीएडीपी योजना के तहत विकास खंड मूनाकोट के 19 युवाओं को सात दिवसीय प्रशिक्षण में रिवर राफ्टिंग के साथ साथ रिवर क्रासिंग, आपदा प्रबंधन और योग का प्रशिक्षण दिया गया। युवाओं को पर्यावरण संरक्षण कार्यों से भी जोड़ा गया। प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं ने कहा कि रिवर राफ्टिंग का प्रशिक्षण उनके लिए नया अनुभव रहा। प्रशिक्षण से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है।