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बलियानाला के ट्रीटमेंट को लेकर शासन हुआ गंभीर, किया निरीक्षण

नैनीताल के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र बलियानाला के ट्रीटमेंट को लेकर शासन गंभीर हो गया है। जापान इंटरनेशनल कोर्नेशन एजेंसी जायका के विशेषज्ञ बलियानाला के ट्रीटमेंट की तकनीक सुझाएंगे।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 01:31 PM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 04:04 PM (IST)
बलियानाला के ट्रीटमेंट को लेकर शासन हुआ गंभीर, किया निरीक्षण
बलियानाला के ट्रीटमेंट को लेकर शासन हुआ गंभीर, किया निरीक्षण

नैनीताल, [जेएनएन]: सरोवर नगरी के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र बलियानाला के ट्रीटमेंट को लेकर शासन गंभीर हो गया है। जापान इंटरनेशनल कोर्नेशन एजेंसी जायका के विशेषज्ञ बलियानाला के ट्रीटमेंट की तकनीक सुझाएंगे।

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गुरुवार को एडीएम हरबीर सिंह व बीएल फिरमाल के साथ टेक्निकल कॉपरेशन प्रोजेक्ट जायका के मुख्य अभियंता जयकुमार शर्मा, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरीश चंद्र, सहायक अभियंता एमएम जोशी ने जापान के विशेषज्ञ हारा व मत सुनामी द्वारा बलियानाला क्षेत्र का निरीक्षण किया। 

प्रारंभिक निष्कर्ष के अनुसार बलियानाला की पहाड़ी पर प्राक्रतिक जल स्रोत को चैनलाइज करना होगा। जियो तकनोलॉजी से पूरे इलाके का सर्वेक्षण किया जाएगा। पहाड़ी की आधा अत्याधुनिक तकनीक से जांच की जाएगी। उसके बाद ही ट्रिटमेंट कार्य शुरू होगा। प्रारम्भिक अनुमान के अनुसार ट्रीटमेंट कार्य मे करीब पांच साल लगेंगें।

यह पहाड़ी 46 मीटर चौड़ाई में दरकी है। यह 75 डिग्री स्लोप में है। यहां बता दें कि बलियानाला के मुहाने पर भारी भूस्खलन से प्रभावित 17 परिवारों को प्रशासन द्वारा जीआईसी व जूनियर स्कूल में शिफ्ट किया गया है।

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