नैनी-दून की अतिरिक्त बसें यूपी के रूटों पर भेजी जाएं
काठगोदाम से देहरादून चलने वाली नैनी-दून शताब्दी की सुविधाओं के कारण कम हुई रोडवेज के यात्रियों की संख्या।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : काठगोदाम से देहरादून चलने वाली नैनी-दून शताब्दी की सुविधाओं के कारण इस रूट पर रोडवेज के यात्रियों की संख्या काफी कम हो चुकी है। ऐसे में इस रूट पर कई बसें बेहद सीमित यात्रियों के साथ इस रूट पर संचालित हो रही हैं, जिस कारण से रोडवेज को काफी घाटा उठाना पड़ रहा है। ऐसे में रोडवेज कर्मियों ने इलाहबाद, बनारस व चंदौसी आदि बंद मार्गो को खोलने की मांग की है। अनुमान के मुताबिक रोजाना पांच लाख का नुकसान इस रूट पर रोडवेज झेल रहा है। आय की खातिर रोडवेज कर्मियों ने यूपी के सभी बंद मार्ग खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इससे जहां रोडवेज की आय बढ़ेगी वहीं यात्रियों को भी फायदा होगा।
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की बैठक गुरुवार को काठगोदाम स्थित यूनियन कार्यालय में संपन्न हुई। इस दौरान रोडवेज कर्मियों ने कहा कि नई ट्रेन चलने से बस में दून मार्ग की सवारियों की किल्लत हो चुकी है। निगम की 40 बसें इस रूट पर प्रभावित है। घाटे से उबरने को इन बसों को बनारस, इलाहबाद, गोरखपुर, फिरोजाबाद, इटावा मार्ग पर चलाना चाहिए। पूर्व यहां बस संचालित थी। इसके अलावा रात्रि विश्राम को लेकर बाहरी स्टेशनों पर चालक-परिचालक के लिए उचित व्यवस्था करने की मांग की गई। प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै ने कहा कि पूर्व में निगम प्रबंधन के साथ कर्मचारियों हितों को लेकर हुए समझौते को जल्द लागू किया जाए।
बैठक में शाखा अध्यक्ष आनद बिष्ट, मंत्री किशोरी लाल, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रघुवीर चौधरी, प्रदीप शर्मा, शशिकात गौतम, सुनील बिष्ट, दिनेश तिवारी, हेमंत गड़िया, बनवारी लाल, वीरपाल सिंह, अमानउल्लाह व संदीप बिष्ट शामिल रहे।