डीएम के आदेश का क्रियान्वयन नहीं करने पर सिंचाई विभाग के ईई पर कार्रवाई NAINITAL NEWS
डीएम सविन बंसल ने जनस्वास्थ्य से जुड़े मामले में जारी आदेश का क्रियान्वयन नहीं करने वाले अफसरों के खिलाफ न्यायिक पैटर्न के आधार पर कार्रवाई करने की शुरुआत कर दी है।
नैनीताल, जेएनएन : जिले में दशकों बाद डीएम सविन बंसल ने जनस्वास्थ्य से जुड़े मामले में जारी आदेश का क्रियान्वयन नहीं करने वाले अफसरों के खिलाफ न्यायिक पैटर्न के आधार पर कार्रवाई करने की शुरुआत कर दी है। डीएम के निर्देश पर एसडीएम ने निर्धारित समयावधि में झील सफाई न करने पर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता के खिलाफ सीआरपीसी की धारा-133 के तहत नोटिस दिया है। उन्हें पांच अगस्त को परगना मजिस्ट्रेट कोर्ट में तलब किया है। सार्वजनिक अवरोध से संबंधित इस तरह के पहले मामले में अदालती कार्रवाई शुरू होने से सरकारी महकमों में खलबली मची है। इस कार्रवाई के बाद तमाम महकमों के अफसर डीएम के आदेशों का क्रियान्वयन लटकाने के लिए बहानेबाजी नहीं कर सकेंगे।
18 जुलाई को समीपवर्ती कालाढूंगी रोड से सटी सरिता ताल झील के निरीक्षण के दौरान झील व आसपास गंदगी देख डीएम सविन बंसल खासे नाराज हुए थे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से सिंचाई विभाग के अभियंता से कहा था कि 15 दिन में झील की सफाई नहीं की गई तो 133 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने सोमवार सुबह सरिता ताल झील का निरीक्षण किया तो झील व आसपास गंदगी फैली मिली। जिस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए एसडीएम विनोद कुमार को 133 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करने को कहा। एसडीएम ने बताया कि तहसीलदार ने जांच आख्या में कहा है कि सरिता ताल में अत्यधिक मात्रा में कूड़ा कचरा, प्लास्टिक व मलबा पड़ा है। तालाब में गंदगी से दुर्गंध आ रही है, जिससे क्षेत्र खुरपाखा, मंगोली, गहलना, बजून को महामारी का खतरा बना है। इस क्षेत्र के आपास की पेयजल सप्लाई व सिंचाई पूरी तरह इसी ताल से निर्भर है। गंदगी से जनस्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पडऩा तय है। साथ ही इस वजह से सार्वजनिक अवरोध पैदा हो सकता है। एसडीएम ने तहसीलदार की जांच आख्या को आधार बनाते हुए सिंचाई खंड के अधिशासी अभियंता के विरुद्ध दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-133 के कार्रवाई की गई है। साथ ही कहा कि सरिता ताल व आसपास की तत्काल सफाई सुनिश्चित करते हुए शपथ पत्र के माध्यम से पांच अगस्त को कोर्ट में उपस्थित होकर बताएं कि सफाई कर ली गई हैं, अन्यथा ईई के विरुद्ध आदेश पारित किया जाएगा। आइएएस सविन बंसल ने बतौर डीएम अल्मोड़ा में भी इसी तरह की कार्रवाई की शुरुआत की थी।
असफरों की जवाबदेही तय होनी चाहिए
सविन बंसल, डीएम नैनीताल usजनसमस्याओं के निस्तारण के लिए अफसरों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। जिले में आदेशों का अनुपालन नहीं करने पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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