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ढिकाला जोन में कैंटर से गए 64 पर्यटक, नहीं ले सके सफारी और रात्रि विश्राम का मजा

कॉर्बेट पार्क का ढिकाला पर्यटन जोन पर्यटकों के लिए एक दिवसीय भ्रमण के लिए खोल दिया गया। सुबह व शाम की पाली में 32-32 पर्यटक विभागीय कैंटरों से भ्रमण के लिए गए।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 03:24 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 03:24 PM (IST)
ढिकाला जोन में कैंटर से गए 64 पर्यटक, नहीं ले सके सफारी और रात्रि विश्राम का मजा
ढिकाला जोन में कैंटर से गए 64 पर्यटक, नहीं ले सके सफारी और रात्रि विश्राम का मजा

रामनगर, जेएनएन : कॉर्बेट पार्क का ढिकाला पर्यटन जोन  पर्यटकों के लिए एक दिवसीय भ्रमण के लिए खोल दिया गया। सुबह व शाम की पाली में 32-32 पर्यटक विभागीय कैंटरों से भ्रमण के लिए गए। हालांकि पर्यटकों को जिप्सी सफारी व रात्रि विश्राम की सुविधा नहीं मिल सकी। ऐसे में कैंटर से गए पर्यटक भ्रमण कर वापस लौट आए।

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जिप्सियों के प्रवेश पर कोर्ट ने लगा दी है रोक

कॉर्बेट पार्क के मुख्य ढिकाला पर्यटन जोन में हर साल जिप्सी सफारी व रात्रि विश्राम सुविधा के साथ पर्यटकों के लिए 15 नवंबर को खुलता रहा है। इस बार हाई कोर्ट ने ढिकाला में जिप्सी सफारी का दबाव कम करने के लिए वहां जिप्सियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। जिस कारण ढिकाला में जिप्सी सफारी के अलावा बिजरानी, झिरना, ढेला के पर्यटन जोन में रात्रि विश्राम सुविधा भी बंद है।

दो पाली में कराया जा रहा भ्रमण

गुरुवार को कॉर्बेट प्रशासन ने सुबह व शाम की पाली में चार विभागीय कैंटरों से पर्यटकों को भ्रमण के लिए भेजा। सुबह व शाम की पाली में 64 पर्यटक ढिकाला भ्रमण के लिए गए। रात्रि विश्राम करने का मंसूबा पाले पर्यटकों को मायूसी हाथ लगी है। 

कॉर्बेट के निदेशक व डीएफओ को घेरा

ढिकाला में जिप्सी सफारी, रात्रि विश्राम एवं सीतावनी खोलने की मांग को लेकर पर्यटन कारोबारियों ने कॉर्बेट के निदेशक व डीएफओ का घेराव किया। अधिकारियों ने समस्या का जल्द समाधान निकालने का आश्वासन दिया है।

गुरुवार को पर्यटन कारोबारी पार्क निदेशक राहुल से मिले। उन्होंने कहा कि ढिकाला में हर साल 15 नवंबर को जिप्सी सफारी व रात्रि विश्राम की सुविधा शुरू हो जाती थी। हाई कोर्ट में मामला लंबित होने के चलते इस बार ढिकाला में यह सुविधा बंद हो गई। उन्होंने राज्य सरकार व कॉर्बेट प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कारोबारियों ने कहा कि ढिकाला बंद होने से जिप्सी स्वामी, चालक, गाइड व होटल कारोबारी परेशान है। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेशों पर एक स्टे दिया है। लिहाजा उसी के आधार पर ढिकाला खोला जाए। निदेशक ने कारोबारियों को एक सप्ताह के भीतर समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिया है।

इसके बाद कारोबारियों ने सीतावनी जोन खोलने के लिए रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ सुभाष चंद्रा का घेराव किया। उन्होंने भंडारपानी तक लोनिवि की सड़क पर शुल्क न लिए जाने की मांग भी रखी। डीएफओ ने कहा कि सीतावनी खुलने पर 10-10 जिप्सियों की लिमिट रहेगी, लेकिन आला अधिकारियों से वार्ता के बाद समाधान निकाला जाएगा।

शासनादेश लेने जाएगी टीम

जिप्सी कल्याण समिति के अध्यक्ष मदन जोशी ने बताया कि विधायक दीवान सिंह बिष्टï से वार्ता की गई है। ढिकाला खोलने संबंधी शासनादेश के लिए प्रमुख सचिव से वार्ता की जाएगी। इस संबंध में शुक्रवार को एक टीम देहरादून जाएगी।


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