यूएसनगर के तीन हाईवे पर 36 दुर्घटना स्थल, 75 दिन में गंवा चुके 55 लोग जान
ऊधमसिंंह नगर में हाईवे पर वाहन अनियंत्रित गति से चलते हैं। कई जगहों पर सड़क खराब हैं तो कहीं साइन बोर्ड और रंबल स्ट्रिप तक नहीं लगी है। ऐसे में हर दिन एक वाहन चालक या सवार व्यक्ति की या तो जान चली जाती है या घायल हो जाता है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : यूएस नगर के हाईवे खतरों से भरे हैं। अनियंत्रित स्पीड और यातायात नियमों की अनदेखी वाहन चालकों और उसमें सवार लोगों की मौत का कारण बन रही है। जिले के तीन हाईवे पर 75 दिन में 55 लोगों का सफर आखिरी सफर बन गया। तीनों हाईवे पर 76 दुर्घटना संभावित स्थल चिह्नित किए गए हैं, जिसमें 36 ब्लैक स्पाट हैं।
ऊधमसिंंह नगर में एनएच-74, एनएच 125 और स्टेट हाईवे 87 हैं। हाईवे पर वाहन अनियंत्रित गति से चलते हैं। कई जगहों पर सड़क खराब हैं तो कहीं साइन बोर्ड और रंबल स्ट्रिप तक नहीं लगी है। ऐसे में हर दिन एक वाहन चालक या सवार व्यक्ति की या तो जान चली जाती है या घायल हो जाता है।
पुलिस के आंकड़ों की बात करें तो जनवरी से अब तक जिले में 75 सड़क दुर्घटना हो चुकी हैं, जिसमें 55 लोगों की मौत और करीब 53 लोग घायल हो चुके हैं। लगातार बढ़ रहे हादसों को देखते हुए पुलिस और आरटीओ महकमे ने जिले के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, रुद्रपुर, किच्छा, पुलभट्टा, सितारगंज, नानकमत्ता, खटीमा और झनकइया क्षेत्र में 76 दुर्घटना संभावित क्षेत्र और 36 ब्लैक स्पाट चिह्नित किए हैं।
जिले में थानेवार ब्लैक स्पाट एरिया
रुद्रपुर-बगवाड़ा, राधा स्वामी सत्संग के सामने, अग्रसेन अस्पताल के पास, तेल मिल, 31वीं वाहिनी पीएसी के पास।
पंतनगर- नगला विवि गेट से शांतिपुरी गेट के मध्य, नगला बाइपास, संजय वन, टांडा क्राङ्क्षसग।
किच्छा- लालपुर, आदित्य चौक, दरऊ।
काशीपुर- केला मोड़, टांडा उज्जैन चौराहा, महाराणा प्रताप चौक, स्टेडियम तिराहे से उज्जैन तिराहा, एमपी चौक टांडा तिराहे के पास।
पुलभट्टा- सिरौलीकला, बरा।
जसपुर- नूरी राइस मिल से अफजलगढ़ बस अड्डा, गर्ग तिराहा।
कुंडा- बैलजुड़ी, मिस्सरवाला, शेरअली मजार, हरिवाला चौराहा, हरिवाला से सूर्या, ढेलापुल से सरवरखेड़ा।गदरपुर- दिनेशपुर मोड से सकैनिया, सूरजपुर से एसआइटीएमटी।
नानकमत्ता - पचपेड़ा भट्टा, बिडोला मझोला।
आइटीआइ- गोतमी हाइट, परमानंदपुर।
बाजपुर- केशोवाला मोड़ के पास।
सितारगंज- ग्राम सिसौना।
खटीमा- शिव मंदिर से जगपुड़ा पुल के मध्य।
सीओ यातायात भूपेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस, आरटीओ और एनएच के अधिकारी बुधवार को जिले के संभावित दुर्घटना स्थल और ब्लैक स्पाट का निरीक्षण करेंगे। सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की समीक्षा के आधार पर नए ब्लैक स्पाट बनते और खत्म होते हैं। दुर्घटनाएं रोकने के लिए चयनित ब्लैक स्पॉट एरिया में रंबल स्ट्रिप, साइन बोर्ड और गति नियंत्रण से संबंधित बोर्ड लगाए जाएंगे।
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