पहाड़ से पलायन रोकने के लिए 50 करोड़ से होगा मौनपालन, उद्यान विभाग ने शासन को भेजा प्रस्ताव
मौन पालन के लिए किसानों को अच्छी खासी सब्सिडी भी सरकार की ओर से दी जाएगी। 80 फीसद छूट विभाग की ओर से रहेगा। इसमें 60 फीसद केंद्र से एवं 40 फीसद राज्य सरकार की ओर से रहेगा। जबकि 20 फीसद मौन पालकों को वहन करना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : पहाड़ से पलायन रोकने एवं मौन पालन को बढ़ावा देने सहित रोजगार पर फोकस करते हुए कुमाऊं एवं गढ़वाल के 161 ग्राम पंचायतों में मौन पालन को बढ़ावा दिया जाएगा। उद्यान विभाग की ओर से 50 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर 500 मधुमक्खी पालन के डब्बे वितरित किए जाएंगे। इससे मौन पालक को दूसरे वर्ष से ढाई लाख रुपये प्रतिवर्ष की आय होगी।
कोविड संक्रमण का असर सिर्फ शिक्षा व्यवसाय पर ही नहीं बल्कि मौन पालन पर भी पड़ा है। जिला सातवें स्थान पर पहुंच गया है। अब फिर से विभाग इसे बढ़ावा देने में जुट गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री मधुमक्खी पालन योजना को पहाड़ से जोड़ते हुए विभाग ने नया खाका तैयार किया है। कुमाऊं एवं गढ़वाल मंडल के ग्राम पंचायतों में मौन पालन को बढ़ावा दिया जाएगा। ताकि यहां के रहने वाले लोगों को रोजगार मिल सके। साथ ही अच्छी आमदनी हो सके। विभाग की ओर से 50 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। इस राशि से चम्पावत के 24, पिथौरागढ़ के 64, चमोली के 39 और उत्तरकाशी के 36 ग्राम पंचायतों से 10-10 बाक्स एक ग्राम पंचायत में दिया जाएगा।
मौन पालन के लिए पालकों को फूल की उपलब्धता वाले क्षेत्र में मधुमक्खियों को रखना होगा। मौन पालन के लिए किसानों को अच्छी खासी सब्सिडी भी सरकार की ओर से दी जाएगी। 80 फीसद छूट विभाग की ओर से रहेगा। इसमें 60 फीसद केंद्र से एवं 40 फीसद राज्य सरकार की ओर से रहेगा। जबकि 20 फीसद मौन पालकों को वहन करना पड़ेगा। किसानों के लिए जल्द ही प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। इधर, मुख्य उद्यान अधिकारी हरिश्चंद्र ने मौन पालकों को मधुमक्खी पालन में बेहतरी के लिए पुस्तक लिखा है, जिसे जल्द ही मौन पालकों को वितरित किया जाएगा।
जेडी मौन व उद्यान विभाग ने हरीशचंद्र तिवारी ने बताया कि कुमाऊं एवं गढ़वाल के 161 पंचायतों में मौन पालन के लिए 50 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर जल्द ही उस पर काम होगा। इससे मौन पालन को बढ़ावा मिलने के साथ ही दूसरे साल से पालकों को आय भी अच्छी होगी।