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कोरोना काल में ठप पड़े एनएच 87 का काम शुरू, यात्र‍ियों को होगी सहूलियत

एनएच 87 की एक तरफ फोल्डर बनाने के लिए मिट्टी डालने का काम शुरू कर दिया है। कई जगह पर अभी काम बाकी है। अभी शहर में जिला अस्पताल के आगे डीएम ऑफिस के मोड़ हल्द्वानी मोड़ पर ओवर ब्रिज के पास भी फोल्डर बनाया जाना है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 05:59 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 05:59 PM (IST)
कोरोना काल में ठप पड़े एनएच 87 का काम शुरू, यात्र‍ियों को होगी सहूलियत
एनएच 87 की राह में शहर के अंदर ओवर ब्रिज के निर्माण को लेकर सहमति नहीं बन सकी है।

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : एनएच 87 का निर्माण कर रही सद्भाव कंपनी ने 43 करोड़ मिलने के बाद काम शुरू कर दिया है।यहां शहर में होटल आर्क से सोनिया होटल तक डीएलसी के एक तरफ मिट्टी डालकर फोल्डर बनाया जा रहा है।

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एनएच 87 का निर्माण कोरोना संक्रमण काल मे पूरी तरह प्रभावित रहा।बीते दिनो एनएचएआई की तरफ से लोन दिलाए जाने की कवायद के वाद सद्भाव को 43 करोड़ रुपए का लोन जारी किया गया था। इस राशि से कंपनी ने पूर्व में बनाई जा चुके एनएच 87 की एक तरफ फोल्डर बनाने के लिए मिट्टी डालने का काम शुरू कर दिया है। कई जगह पर अभी काम बाकी है। अभी शहर में जिला अस्पताल के आगे डीएम ऑफिस के मोड़, हल्द्वानी मोड़ पर ओवर ब्रिज के पास भी डीएलसी के एक किनारे मिट्टी डालकर फोल्डर बनाया जाना है।

अभी दूसरी तरफ काम शुरू होने में देर

शहर में एनएच 87 का काम महाविद्यालय से होटल सोनिया तक एक तरफ पूरा हुआ है।दूसरी तरफ अभी काम शुरू नहीं हो सका है।निर्माण कंपनी की माने तो जो बजट मिला है अभी अधूरे काम को पूरा करने और फोल्डर बनाने में ही खर्च हो जाएगा। दूसरी तरफ से काम शुरू करने के लिए कम से कम दो से ढाई करोड़ रुपए की और जरूरत होगी।

ओवरब्रिज पर अभी नहीं बन सकी बात

एनएच 87 की राह में शहर के अंदर ओवर ब्रिज के निर्माण को लेकर सहमति नहीं बन सकी है। पूर्व में जो डीपीआर बना था उसको बदला जाना है वहीं अस्थाई अतिक्रमण भी हटने है।इसको लेकर लगातार सत्ताधारी दल और विपक्ष अपने तरीके से विरोध भी कर रहे हैं। जिससे काम मे अड़ंगा लगा है।

लाइज‍न‍िंग अफसर दिनेश कुमार ने बताया कि फोल्डर बनाने का काम लगातार चल रहा है।जहां पर डीएलसी हो चुकी है वहां पर मिट्टी डालकर लेन बनाई जा रही है।यह काम का हिस्सा है। डीएलसी के बाद फोल्डर आम लोगों के चलने के लिए बनाया जाता है। यह कच्चा ही रखा जाता है।

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