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उच्च हिमालय दारमा में फंसे 21 पर्यटकों को हेलीकाप्टर से धारचूला पहुंचाया

वायुसेना के एएलएस हेलीकाप्टर ने चार शार्टी में दारमा जाकर 21 पर्यटकों सहित दो स्थानीय गर्भवती महिलाओं को दारमा से धारचूला पहुंचाया। आपदा में फंसे पर्यटकों ने धारचूला पहुंचने पर प्रशासन सेना का धन्यवाद किया। शुक्रवार को चार उड़ान के बाद रेस्क्यू बंद हो गया था।

By Prashant MishraEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 11:31 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 09:07 AM (IST)
उच्च हिमालय दारमा में फंसे 21 पर्यटकों को हेलीकाप्टर से धारचूला पहुंचाया
धारचूला पहुंचे पर्यटकों ने सेना की जमकर प्रशंसा की और अधिकारियों और जवानों का आभार जताया।

संवाद सूत्र, धारचूला : उच्च हिमालय में फंसे पर्यटकों का हेलीकाप्टर से रेस्क्यू कार्य शुक्रवार को भी जारी रहा। वायुसेना के एएलएस हेलीकाप्टर ने चार शार्टी में दारमा जाकर 21 पर्यटकों सहित दो स्थानीय गर्भवती महिलाओं को दारमा से धारचूला पहुंचाया। आपदा में फंसे पर्यटकों ने धारचूला पहुंचने पर प्रशासन, सेना का धन्यवाद किया।

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धारचूला पहुंचे पर्यटकों में खटीमा निवासी संजय कुमार ने रेस्क्यू के लिए सरकार और जिलाधिकारी का आभार जताया। उन्होंने बताया कि गुरुवार को रेस्क्यू कार्य बंद होने पर हेलीपैड से आठ किमी दूर स्थित दांतू गांव तक सेना ने अपने वाहनों से पर्यटकों को पहुंचाया। शुक्रवार की सुबह फिर से दांतू गांव से आठ किमी दूर ढाकर हेलीपड तक भी सेना के वाहन से पहुंचाया गया। धारचूला पहुंचे पर्यटकों ने सेना के कुमाऊं स्काउट की जमकर प्रशंसा की और अधिकारियों और जवानों का आभार जताया।

पर्यटकों के धारचूला पहुंंचने पर 832 लाइट रेजिमेंट के अधिकारियों ने हालचाल लेते हुए नाश्ता और भोजन कराया। ढाकर हेलीपैड में अभी भी दस के आसपास पर्यटक हैं। शुक्रवार को चार उड़ान के बाद रेस्क्यू बंद हो गया था माना जा रहा है कि उच्च हिमालय में मौसम अनुकूल नहीं है। इससे पूर्व बीस के आसपास पर्यटक पैदल चल कर धारचूला पहुंचने के बाद मंदिर में पूजा अर्चना कर अपने घरों के लिए लौट चुके है।

हिमस्खलन में दब कर मृत दो ग्रामीणों का हुआ पोस्टमार्टम 

बीते दिनों दारमा के चल गांव के हिमस्खलन में दब कर मृत दो ग्रामीणों के शवों का पोस्टमार्टम कर दिया गया है। गुरु वार को डीएम के निर्देश पर चिकित्सा टीम को पोस्टमार्टम के लिए हेलीकाप्टर से ढाकर हेलीपैड पहुंचाया गया था। चिकित्सा टीम और पुलिस जवान ढाकर से उच्च हिमालयी भू भाग में बीस किमी पैदल चल कर देर सायं आठ बजे बाद चल गांव पहुंचे। शुक्रवार की सुबह पुलिस टीम ने मृतकों का पंचनामा भरा और चिकित्सा टीम ने मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कर स्वजनों को सौंपा। टीम अब हेलीकाप्टर से धारचूला आने के लिए ढाकर हेलीपैड पर प्रतीक्षा कर रही है। ग्रामीणों चीन सीमा पर स्थित अति दूरस्थ गांव चल तक आने के लिए चिकित्सा टीम का आभार जताया है। प्रशासन के अनुसार शनिवार को भी रेस्क्यू कार्य जारी रहेगा।

दो गर्भवती महिलाओं को धारचूला पहुंंचाया

हेलीकाप्टर से रेस्क्यू के दौरान दो गर्भवती महिलाओं को भी अस्पताल तक पहुंचाया। धारचूला निवासी गंगा राम धर्मशक्तू ने अपनी गर्भवती पुत्री को धारचूला से पिथौरागढ़ जिला महिला अस्पताल तक पहुंंचाने का प्रार्थनापत्र दिया था। इस प्रार्थना  पर अंजू देवी को धारचूला से हेलीकाप्टर से पिथौरागढ़ पहुंचाया गया।


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