Move to Jagran APP

उत्तराखंड के पालीटेक्निक में नहीं खुलेंगे डिग्री काॅलेज, शासन ने निरस्त क‍िया आदेश

राज्य के नौ पालीटेक्निक काॅलेजों में डिग्री काॅलेज खोले जाने के मामले में शासन को पीछे हटना पड़ा है। पालीटेक्निक कालेजों को उच्च शिक्षा विभाग को स्थायी रूप से हस्तांतरित करने के आदेश को निरस्त कर दिया गया है। अब इन पालीटेक्निकों में पहले की तरह चलाया जाएगा।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 07:14 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 07:14 AM (IST)
उत्तराखंड के पालीटेक्निक में नहीं खुलेंगे डिग्री काॅलेज, शासन ने निरस्त क‍िया आदेश
राज्य के नौ पालीटेक्निक काॅलेजों में डिग्री काॅलेज खोले जाने के मामले में शासन को पीछे हटना पड़ा है।

हल्द्वानी, भानु जोशी : राज्य के नौ पालीटेक्निक काॅलेजों में डिग्री काॅलेज खोले जाने के मामले में शासन को पीछे हटना पड़ा है। पालीटेक्निक कालेजों को उच्च शिक्षा विभाग को स्थायी रूप से हस्तांतरित करने के आदेश को निरस्त कर दिया गया है। अब इन पालीटेक्निकों में पहले की तरह चलाया जाएगा।

loksabha election banner

पूर्व में उच्च शिक्षा विभाग ने सर्वे कर ऐसे पालीटेक्निक कालेजों का ब्योरा जुटाया था जिनमें साल दर साल विद्यार्थियों की संख्या कम हो रही है। सर्वे के आधार पर विभाग ने उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद को पत्र भेजकर 12 पालीटेक्निकों के हस्तांतरण का अनुरोध किया था। हाल ही में परिषद के निदेशक हरि सिंह की ओर से नौ पालीटेक्निक कालेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को मेरिट के आधार पर दूसरे पालीटेक्निक में शिफ्ट करने के आदेश दिए गए थे। उन्होंने अपने आदेश में इन पालीटेक्निकों को उच्च शिक्षा विभाग को स्थायी रूप से हस्तांतरित किए जाने हवाला दिया था।

मामले को दैनिक जागरण ने अपने 26 अगस्त और 16 अक्टूबर के संस्करण में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस तरह का निर्णय लेने के पीछे की मंशा पर प्रश्नचिह्न भी लगाया था। इधर, प्राविधिक शिक्षा परिषद उत्तराखंड के निदेशक हरि सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। जिसमें कहा है कि पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित पालीटेक्निकों में ज्यादा प्रवेश और युवाओं को रोजगारपरक, तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के अवसर में वृद्धि के चलते शासन ने नौ पालीटेक्निकों के स्थाई हस्तांतरण के आदेश को निरस्त कर दिया है।

11 पालीटेक्निकों को जीवनदान

राज्य के ऐसे 11 पालीटेक्निकों को भी जीवनदान मिला है जिन्हें कम छात्र संख्या के चलते बंद करने की तैयारी की जा रही थी। इस साल इन पालीटेक्निकों में मैकेनिकल, आइटी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, एमओएम, सिविल इंजीनियरिंग जैसे ब्रांच की 575 सीटों पर दाखिले भी दिए जाएंगे।

इनको हस्तांतरित होना था

राजकीय पालीटेक्निक पौड़ी, गोपेश्वर, जखोली, कपकोट, मल्लासालम, चौनलिया, बेरीनाग और चम्पावत

इनको भी मिला जीवनदान

राजकीय पालीटेक्निक जीेशीमठ, हिंडोलाखाल, बंस, पीपली, चोपता, पाबौ, कांदीखाल, जाखणीधार, बरम, डीडीहाट, दन्या


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.