कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने मेयर के खिलाफ खोला मोर्चा, कार्यकारिणी में जगह न देने पर रोष
नगर निगम की मंगलवार को गठित नई कार्यकारिणी को लेकर निगम व पार्षदों के बीच घमासान शुरू हो गया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : नगर निगम की मंगलवार को गठित नई कार्यकारिणी को लेकर निगम व पार्षदों के बीच घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस समर्थित और निर्दलीय पार्षदों ने मेयर डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला पर मनमानी का आरोप लगाया है। कहा है कि मेयर ने कार्यकारिणी में भाजपा समर्थित आठ सदस्य रख दिए। नौजवान पार्षदों को किनारे कर उन्हीं को जगह दी गई जो मेयर के खास हैं।
मामले में कांग्रेस समर्थित व निर्दलीय पार्षदों इसके विरोध का फैसला लिया है। 18 जून को नगर निगम सभागार में बोर्ड बैठक हुई थी। जिसमें सर्वसम्मति से मेयर को कार्यकारिणी गठन करने के लिए अधिकृत किया गया। मंगलवार को मेयर ने नई कार्यकारिणी को सार्वजनिक किया। जिसमें 12 पार्षदों को सदस्य चुना गया, लेकिन इस नई कार्यकारिणी का अब विरोध शुरू हो गया है।
कांग्रेस समर्थित पार्षदों का कहना है कि मेयर ने अपना काम निकालने के लिए 12 में से आठ सदस्य भाजपा समर्थित पार्षद चुन लिए। ऐसे में आगामी बैठकों में जो भी प्रस्ताव मेयर रखेंगे, उसे मंजूरी मिलनी लाजिमी है। विरोध करने वाला कोई न हो तो गलत काम भी आसानी से कर लिए जाएंगे। कई पार्षदों ने तो यहां तक कहा है कि उन्हें बैठक में न बुलाया जाना मेयर की मंशा पर सवाल खड़े करता है। मामले में अगले एक-दो दिनों में पार्षदों की बैठक होनी है।
कार्यकारिणी में केवल चार पार्षद ही ऐसे शामिल किए गए हैं जो भाजपा समर्थित नहीं है। जिनमें से तीन कांग्रेस समर्थित तो एक निर्दलीय है। मेयर को कार्यकारिणी में बैलेंस रखना था। इस तरह की मनमानी ठीक नहीं है।
- नरेंद्रजीत रोडू, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम
कार्यकारिणी गलत बनाई गई है। हर साल छह सदस्य बदले जाते हैं जिनमें नए पार्षदों को मौका दिया जाना चाहिए, लेकिन मेयर ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने अपने चहेतों को फिर से सदस्य बना दिया। इसका विरोध किया जाएगा।
-मोहम्मद गुफरान, पार्षद
नई कार्यकारिणी के चुनाव में मेयर ने कांग्रेस समर्थित और निर्दलीय पार्षदों को किनारे लगा दिया। अधिकांश वे लोग दोबारा चुन लिए गए जो सालों से चुने जाते आ रहे हैं। मेयर की इस मनमानी का विरोध किया जाएगा।
-राजेंद्र जीना, पार्षद
कार्यकारिणी तय कर दी गई है। बोर्ड के अंदर इस तरह की मनमानी का सवाल ही नहीं उठता। जिन पार्षदों को इस बार कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली उन्हें अगली बार मौका दिया जाएगा।
- डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला, मेयर