24 घंटे में निरस्त हुआ 66 मिनिस्ट्रीयल कर्मियों का प्रमोशन, बताया गया ये कारण
शिक्षा विभाग ने मंडल के 66 मिनिस्ट्रीयल कर्मियों के प्रमोशन की खुशी 24 घंटे में ही वापस ले ली। इससे एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल ऑफिसर्स एसोसिएशन में गहरा रोष उत्पन्न हो गया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : शिक्षा विभाग ने मंडल के 66 मिनिस्ट्रीयल कर्मियों के प्रमोशन की खुशी 24 घंटे में ही वापस ले ली। इससे एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल ऑफिसर्स एसोसिएशन में गहरा रोष उत्पन्न हो गया है। दरअसल मंडलीय अपर निदेशक (प्रारंभिक शिक्षा) कुमाऊं कार्यालय ने जिन कनिष्ठ सहायकों को वरिष्ठ सहायक पद पर प्रमोशन दिया था गुरुवार को उनका प्रमोशन यह कहकर निरस्त कर दिया गया कि उनके भर्ती वर्ष को छह साल पूरे नहीं हुए हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को कुमाऊं मंडल के शिक्षा विभाग के 61 कनिष्ठ सहायकों को वरिष्ठ सहायक बनाकर दुर्गम स्कूलों-कार्यालयों में तैनाती दी गई थी। जबकि, पांच कनिष्ठ सहायकों का प्रमोशन सुगम में किया गया। लेकिन गुरुवार को मंडलीय अपर निदेशक कार्यालय की ओर से प्रमोशन निरस्तीकरण का आदेश जारी होते ही मिनिस्ट्रीयल कर्मियों की हैरानी बढ़ गई।
आदेश में भर्ती वर्ष की गणना में त्रुटि होने की बात कही गई है। इधर, मामले से मिनिस्ट्रीयल कर्मियों का पारा सातवें आसमान पर है। मंडलीय अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार पाठक का कहना है कि जिन कर्मचारियों को प्रमोशन मिला था उन्हें भर्ती हुए सातवां साल लग चुका है।
जबकि, विभाग ये कहकर प्रमोशन वापस ले रहा है कि उन्हें अभी छह साल पूरे नहीं हुए हैं। कहा कि इस संबंध में प्रांतीय कार्यकारिणी को भी पत्र भेजा गया है। पदोन्नित केवल वर्ष के आधार करना विधि रूप से सही नहीं है। इसे भर्ती वर्ष के रूप में किया जाना चाहिए।