Uttarakhand Lockdown Day 6 : किच्छा में सड़े फल फेंककर आढ़तियों ने बंद किया मंडी गेट
संकट की इस घड़ी में बहुत सारे लोग मुनाफा भी कमाना चाह रहे हैं। कालाबजारी की शिकायतें हर जगह से हा रही हैं। मंडी और राशन की दुकानों में मनमानियां अधिक देखने के लिए मिल रही हैं।
किच्छा, जेएनएन : संकट की इस घड़ी में बहुत सारे लोग मुनाफा भी कमाना चाह रहे हैं। कालाबजारी की शिकायतें हर जगह से हा रही हैं। मंडी और राशन की दुकानों में मनमानियां अधिक देखने के लिए मिल रही हैं। सोमवार को आढ़तियों ने किच्छा मंडी गेट पर सड़े-गले फल फेंकने के बाद गेट बंद कर दिया। जिससे गली मोहल्लों में होने वाली सब्जी की आपूर्ति भी ठप हो गई। मंडी चेयरमैन कमलेन्द्र सेमवाल ने आढ़तियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुनाफा कमाने की साजिश के लिए हो रहा है। संकट के इस दौर में आढतियों की यह हरकत शर्मनाक है। यह सब सिर्फ सब्जियों को महंगे दामों पर बेचने के लिए किया जा रहा है।
मनमानी को लेकर सुबह मंडी सचिव और आढ़ती आमने-सामने आ गए। आढ़तियों ने गेट बंद कर हंगामा शुरू कर दिया। दो दिन पहले भी केला महंगा बेचने पर सचिव के रोकने पर हाथापाई की नौबत आ गयी थी। आढ़तियों के हंगामे पर उतरने के कारण सचिव ने पुलिस को बुला लिया। आढ़तियों ने जहां मंडी सचिव विनोद लोहुमी पर मनमाने तरीके से अपने लोगों को ही पास जारी करने का आरोप लगाया, वहीं मंडी सचिव ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए आढ़तियों पर दवाब बना पास जारी करवाने का आरोप लगाया है। मंडी चेयरमैन भी सचिव के समर्थन में आ गए। हंगामे की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी।प्रसाशन वार्ता के माध्यम से हल निकालने का प्रयास कर रहा है।
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