पांचवें दिन भी नहीं खुला टनकपुर-तवाघाट हाईवे, पिथौरागढ़ में सब्जी व एलपीजी का संकट
टनकपुर-तवाघाट हाईवे पांचवें दिन बाद भी नहीं खुल सका। शनिवार देर शाम एक बार खुला मार्ग फिर से बंद हो गया है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : टनकपुर-तवाघाट हाईवे पांचवें दिन बाद भी नहीं खुल सका। शनिवार देर शाम एक बार खुला मार्ग फिर से बंद हो गया है। लगातार पांच दिनों से लाइफ लाइन के बंद होने से पिथौरागढ़ बाजार में सब्जियां, फल सहित रसोई गैस का संकट पैदा होने लगा है। शीघ्र हाईवे नहीं खुलने पर स्थिति खराब हो सकती है। दिल्ली बैंड पर पहाड़ की तरफ से पत्थर गिर रहे हैं तो मटेला बैंड सहित एक अन्य स्थान पर मलबा आ गया है।
बार बार रास्ते पर आ जा रहा है मलबा
हाईवे पर दिल्ली बैंड के पास बुधवार को मार्ग बंद हो गया था। बुधवार और गुरुवार को कई बार मार्ग खुला, परंतु खुलने के साथ ही फिर से मलबा आने से बंद हो जा रहा था जिसे लेकर कई बार लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। शनिवार सायं मार्ग खुला, परंतु खुलने के साथ ही फिर से पत्थर गिरने लगे। सुबह तक मार्ग खुलने की संभावना बनी, परंतु रात को फिर से मलबा आने से मार्ग बंद हो गया। जिसके चलते कुछ लोग यहां पर फंसे रहे। अखबार के वाहन तक पास नहीं हो सके। इसी दौरान यहां से लगभग चार किमी दूर मटेला बैंड के पास भी भारी मलबा आ गया। एनएच के अनुसार रविवार दोपहर के बाद मलबा हटा दिया गया है। सायं तक मार्ग खुलने की संभावना जताई गई है।
फल और सब्जी के दाम हुए महंगे
पांच दिन से मार्ग बंद होने के कारण पिथौरागढ़ नगर से लेकर धारचूला तक के बाजारों में साग, सब्जियों, फलों का अभाव होने लगा है। सब्जियों के रेट बढ़ चुके हैं। शुक्रवार तक बीस रु पये किलो बिक रहा आलू तीस रुपये किलो हो चुका है। इसी तरफ फलों व अन्य सब्जियों के भी दाम बढऩे लगे हैं। दूसरा रसोई गैस का संकट बन चुका है। गोदाम में रखे सभी सिलेंडर बिक चुके हैं। गैस वाहन इसी मार्ग से आता है। मार्ग नहीं खुलने पर एक दो दिन में स्थिति खराब होने के आसार बने हैं। पिथौरागढ़ नगर में प्रतिदिन 15 से अधिक ट्रकों से हल्द्वानी और पीलीभीत मंडियों से सब्जी और फल आते हैं।
सोमवार से यातायात सामान्य होने के आसार
यातायात के वाया सेराघाट के होने से कारण मुश्किल से चार-पांच ट्रक ही आ पा रहे हैं। इस मार्ग के साठ किमी अधिक होने से माल ढुलान अधिक पडऩे से सामान यहां आने तक महंगा हो जा रहा है। एनएच और प्रशासन के दावों को देखा जाय तो सोमवार से हाईवे पर यातायात संभव होने के आसार हैं।
लाइलाज बन चुका है दिल्ली बैंड
ऑलवेदर सड़क पर पिथौरागढ़ से घाट तीस किमी की दूरी पर घाट के निकट का दिल्ली बैंड लाइलाज बन चुका है। दिल्ली बैंड का नाम सुनते ही लोग इधर से सफर करने से डर रहे हैं। जहां पर कब पत्थर गिरने लगे कोई नहीं जानता। यहां तक कि एनएच के अभियंता भी यहां पर सड़क चौड़ा करने के बाद हो रहे हालातों को लेकर आश्चर्य में है। इस स्थान पर ट्रीटमेंट को लेकर मंथन कर रहे हैं। एनएच के सहायक अभियंता पीएल चौधरी का कहना है कि यहां पर ट्रीटमेंट को लेकर तैयारी चल रही है।
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