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शिक्षकों ने कहा, परीक्षा केन्‍द्रों पर नहीं है सेनिटाइजर का इंतजाम, बोर्ड परीक्षा स्‍थगित की जाए

कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रतियोगी परीक्षा सम्मेलन बैठक सेमिनार प्रतियोगिताएं जैसे बड़े कार्यक्रम 31 मार्च तक स्थगित करा दिए गए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 21 Mar 2020 11:43 AM (IST)Updated: Sat, 21 Mar 2020 11:43 AM (IST)
शिक्षकों ने कहा, परीक्षा केन्‍द्रों पर नहीं है सेनिटाइजर का इंतजाम, बोर्ड परीक्षा स्‍थगित की जाए
शिक्षकों ने कहा, परीक्षा केन्‍द्रों पर नहीं है सेनिटाइजर का इंतजाम, बोर्ड परीक्षा स्‍थगित की जाए

हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रतियोगी परीक्षा, सम्मेलन, बैठक, सेमिनार, प्रतियोगिताएं जैसे बड़े कार्यक्रम 31 मार्च तक स्थगित करा दिए गए हैं। सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं की 31 मार्च तक की परीक्षा भी रद कर दी है, लेकिन उत्तराखंड बोर्ड इस सब के बावजूद कोई सबक लेने को तैयार नहीं है। कुमाऊं मंडल में ही सात हजार से अधिक शिक्षक बोर्ड परीक्षा ड्यूटी दे रहे हैं। हर परीक्षा केंद्र में 200 से 300 परीक्षार्थी हैं, मगर सेनिटाइजर, हैंडवॉश, फेस मास्क जैसी सुविधाएं कागजों में दौड़ रही हैं। इधर, बोर्ड ने साफ किया है कि उच्च स्तर से आदेश मिलने तक परीक्षाएं जारी रहेंगी।

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बोर्ड परीक्षा ड्यूटी कर रहे हैं शिक्षकों का कहना है कि केंद्रों में सेनिटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है। परीक्षार्थियों को मास्क, हैंड वॉश, सेनिटाइजर तक नहीं मिल रहा, जबकि मुख्य शिक्षा अधिकारियों ने कहा था कि ये सभी सुविधा परीक्षा केंद्रों में होनी चाहिए। शिक्षकों की मांग है कि उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाएं तत्काल स्थगित की जानी चाहिए। परीक्षा ड्यूटी दे रहे शिक्षकों ने बताया कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र में दो परीक्षा प्रभारी, एक कस्टोडियन, एक केंद्रीय व्यवस्थापक, दो कक्ष निरीक्षक समेत कई शिक्षक सैकड़ों बच्चों के बीच ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे में कोई संक्रमित हो तो उससे कई जिंदगियां खतरे में पड़ जाएंगी।

बोर्ड परीक्षा स्‍थगित करने की मांग

जगदीश सिंह बिष्ट, जिला मंत्री, राजकीय शिक्षक संघ नैनीताल ने बताया कि कोरोना के संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए बोर्ड परीक्षा स्थगित की जानी चाहिए। जिले में करीब 1500 शिक्षक ड्यूटी दे रहे हैं। उनके स्वास्थ्य व परिवार को ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाना चाहिए। डॉ. कैलाश डोलिया, मंडलीय मंत्री, राजकीय शिक्षक संघ कुमाऊं ने बताया कि जब प्रधानमंत्री खुद कोरोना संक्रमण को लेकर जनता कफ्यू का ऐलान कर चुके हैं तो उत्तराखंड बोर्ड को भी गंभीरता समझनी चाहिए। शासन से मांग है कि जल्द बोर्ड परीक्षा स्थगित की जाए। नीता तिवारी, सचिव, उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के संबंध में उच्च स्तर से निर्णय लिया जाना है। बोर्ड की ओर से मुख्य शिक्षा अधिकारियों को परीक्षा केंद्रों में सेनिटाइजेशन की व्यवस्था करने को कहा गया है।

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