अज्ञात शव पुलिस के लिए पहेली बन, मिशन शिनाख्त फेल, सिर्फ 13 शवों की हुई शिनाख्त nainital news
अज्ञात शव पुलिस के लिए पहेली बन गए हैं। शवों की शिनाख्त के लिए पुलिस का ऑपरेशन शिनाख्त फेल ही साबित हुआ है।
नैनीताल, नरेश कुमार : अज्ञात शव पुलिस के लिए पहेली बन गए हैं। शवों की शिनाख्त के लिए पुलिस का ऑपरेशन शिनाख्त फेल ही साबित हुआ है। दो माह की अवधि के इस अभियान में 1267 अज्ञात शवों में से मात्र 13 शवों की शिनाख्त में ही पुलिस को सफलता मिली। जबकि वही इस दो माह के अवधि में और मिले 11 शवों की बरामदगी ने पुलिस की मुश्किल बढ़ा दी है।
1267 अज्ञात शवों में सिर्फ 13 की शिनाख्त
पूरे प्रदेश में पहली दिसंबर से गुमशुदा की तलाश के लिए मिशन स्माइल जबकि लावारिस शवों की शिनाख्त के लिए मिशन शिनाख्त चलाया गया था। इस अभियान को गंभीरता से चलाने के दिशा-निर्देश डीआइजी जगत राम जोशी द्वारा जारी किए गए थे। अभियान के लिए हर जिले में विशेष टीमें गठित की गई। जिले के साथ राज्य स्तर और राज्य से बाहर सर्च अभियान चलाया गया। बावजूद पुलिस को लावारिस शवों की शिनाख्त में पुलिस के हाथ कमोवेश खाली ही रहे। 2000 से नवंबर 2019 तक मंडल में मिले 1267 अज्ञात शवों की शिनाख्त में जुटी पुलिस 13 शवों की शिनाख्त ही कर पाई, जिसमें सर्वाधिक नौ शव ऊधमसिंह नगर, दो चम्पावत और एक-एक शव की शिनाख्त नैनीताल और पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा की गई है। अभी भी 1265 अज्ञात शव पुलिस के लिए पहेली बने हैं।
मित्र पुलिस ने लौटाई 185 परिवारों की मुस्कान
अभियान में 185 गुम हुए लोगों की बरामदगी कर पुलिस ने वाहवाही भी बटोरी। यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में गुम लोगों को अभियान के दौरान बरामद किया गया है, जिसमें से 24 बालक, 35 बालिका, 43 पुरुष जबकि 81 महिलाएं शामिल है। दो माह की अवधि में मंडल भर से 76 अन्य लोग गुम हुए है। 437 गुम लोगों की बरामदगी अभी होनी है। वहीं डीआइजी जगतराम जोशी ने बताया कि लावारिस मिले बहुत से शव जले और सड़ी गली अवस्था में मिलते हैं। जिससे शिनाख्त आसान नहीं होती। पुलिस द्वारा अभियान चलाकर शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। अपराध समीक्षा बैठक में भी इसके लिए विशेष निर्देश दिए जाते है। शवों की पहचान और गुमशुदा लोगों की तलाश के कार्यो में तेजी लाई जाएगी।
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