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कार्बेट के पर्यटकों को आकर्षित करेगा बौर जलाशय, वन्यजीवों के दीदार संग लें वाटर बेस्ड टूरिज्म का मजा

विश्व प्रसिद्ध जिम कार्बेट पार्क के साथ-साथ उत्तराखंड आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक अब वाटर बेस्ड टूरिज्म का लुत्फ भी उठा सकेंगे।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 08:01 PM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 06:23 PM (IST)
कार्बेट के पर्यटकों को आकर्षित करेगा बौर जलाशय, वन्यजीवों के दीदार संग लें वाटर बेस्ड टूरिज्म का मजा
कार्बेट के पर्यटकों को आकर्षित करेगा बौर जलाशय, वन्यजीवों के दीदार संग लें वाटर बेस्ड टूरिज्म का मजा

रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर), जेएनएन : विश्व प्रसिद्ध जिम कार्बेट पार्क के साथ-साथ उत्तराखंड आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक अब वाटर बेस्ड टूरिज्म का लुत्फ भी उठा सकेंगे। रामनगर के कॉर्बेट पार्क से ऊधमसिंह नगर जिले के बौर जलाशय को जोड़कर यह राह आसान की जाएगी। इसके लिए हाल में वाटर स्पोट्र्स के लिहाज से विकसित हुए बौर जलाशय से कॉर्बेट के लिए सीधी जिप्सी सेवा संचालित की जाएगी।

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 नैनीताल जिले के रामनगर स्थित जिम कार्बेट पार्क में बाघ, हाथी, तेंदुआ, हिरन, घडिय़ाल समेत सैकड़ों प्रजाति पशु-पक्षियों व प्रकृति के दीदार करने के लिए प्रतिवर्ष लाखों देशी-विदेशी सैलानी पहुंचते हैं। कार्बेट पार्क में सैर के लिए पर्यटकों को वहीं की अधिकृत जिप्सी बुक करानी होती है। इसी दायरे में रामनगर का नया गांव भी स्थित है। जहां प्राकृतिक वाटर फॉल है। पर्यटन विभाग व प्रशासन ने नया गांव से ही गूलरभोज स्थित बौर जलाशय तक के रास्ते को दोनों पर्यटक स्थलों के लिहाज से मार्ग के रूप में चयनित किया है। इस मार्ग पर जिप्सी सेवा संचालित कर पर्यटकों को बौर जलाशय के दीदार कराए जाएंगे।

35 किमी का सफर 40 मिनट में

रामनगर के नया गांव से बौर जलाशय तक की दूरी 35 किमी है। जिसे जिप्सी से करीब 40 मिनट में तय किया जा सकता है। नया गांव से बरहैनी, बेरिया दौलत बाजपुर होते हुए बौर जलाशय गूलरभोज का सफर तय होगा। कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला ने इस रूट को मंजूरी दे दी है। इस रूट में तमाम जगहों पर होर्डिंग व साइनेज लगाकर पर्यटकों को जानकारी भी दी जाएगी।

राज्य सरकार ने घोषित किया पर्यटन केंद्र

राज्य सरकार ने '13 जिले 13 डेस्टिनेशनÓ प्रोग्राम के तहत बौर व हरिपुरा जलाशय को पर्यटन केंद्र घोषित कर दिया है। अब जल्द ही यहां सुंदरीकरण, होटल, रेस्तरां, बोट हाउस, मोटर बोट सहित कई प्रकार के कार्य प्रारंभ हो रहे हैं। इससे यहां के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

साढ़े नौ किमी लंबा है बौर जलाशय

बौर जलाशय का क्षेत्रफल 1626 हेक्टेयर और लंबाई 9.5 किमी है। इसमें पहाड़ी क्षेत्र से बौर और ककराला मुख्य नदियां आती हैं। जलाशय की बौर व ककराला नदियों से उत्तराखंड और यूपी की खरीफ में 16554 और रवि में 5663 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती है। ऊधमसिंह नगर के सीडीओ मयूर दीक्षित ने बताया कि बौर जलाशय को कॉर्बेट पार्क से जोड़ा जा रहा है। जिससे कार्बेट पार्क आने वाले पर्यटक बौर में नौकायन, मोटरबोट समेत तमाम अन्य गतिविधियों का आनंद ले सकेंगे।

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