अंतिम संस्कार को गए 20 लोग नदी में फंसे, 10 घंटे बाद निकाला
चोरगलिया के आमखेड़ा गांव की वृद्धा के शव की अंत्येष्टि करने गए 20 लोग गत शाम सात बजे नंधौर व कैलाश नदी के बीच टापू पर फंस गए। देर रात रेस्क्यू शुरू कर सभी को सुबह पांच बजे तक चला।
हल्द्वानी, [जेएनएन]: चोरगलिया के आमखेड़ा गांव की वृद्धा के शव की अंत्येष्टि करने गए 20 लोग गत शाम सात बजे नंधौर व कैलाश नदी के बीच टापू पर फंस गए। देर रात उन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया, जो सुबह पांच बजे तक चला।
आमखेड़ा गांव में रहने वाले महेंद्र बोरा के परिवार की वृद्ध महिला की गुरुवार को मृत्यु हो गई थी। वृद्धा के शव को अंत्येष्टि के लिए दोपहर में नंधौर नदी पार कर कैलाश नदी के छोर पर स्थित घाट में ले जाया गया।
बताते हैं कि आमखेड़ा के अलावा पछुवाखेड़ा, कोटलिया, कांठबांस आदि गांवों के 80 लोग वृद्धा की अंतिम यात्रा में शामिल हुए थे। चिता को आग लगाने के बाद 60 लोग लौट आए। परिवार के नजदीकी 20 लोग अंत तक वहीं रहे। चिता बुझने के बाद शाम करीब सात बजे ये लोग गांव को वापस लौट रहे थे।
इसी दौरान तेज बरसात से नंधौर तेज उफान पर आ गई। सभी लोग नंधौर व कैलाश नदी के बीच बने टापू में फंस गए। इसमें सुनील भट्ट, राकेश महतोलिया, मलकीत सिंह, प्रेम अलचोनी, राजू कोटलिया आदि शामिल थे। क्षेत्र के समाजसेवी व छात्रनेता पान सिंह मेवाड़ी ने इसकी सूचना थानाध्यक्ष चोरगलिया संजय जोशी समेत प्रशासन व पुलिस के अफसरों को दी। चोरगलिया थाना पुलिस के साथ ही पान सिंह मेवाड़ी, पूर्व प्रधान बहादुर सिंह काकी, उप प्रधान नंदन बोरा व भुवन कोटलिया समेत दर्जनों ग्रामीण फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए नंधौर के दूसरे छोर पर पहुंचे। तब तक नदी का बहाव काफी तेज हो चुका था।
इस वजह से रेस्क्यू अभियान भी रात 12:30 बजे शुरू हो पाया। लगातार बारिश की वजह से बचाव कार्य में बाधा आ रही थी। सुबह पांच बजे तक प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने सभी को सकुशल बाहर निकाल किया। इस दौरान एसडीएम हल्द्वानी एपी बाजपेयी, एसओ चोरगलिया संजय जोशी आदि भी रेस्क्यू में जुटे रहे।
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