आधी आबादी के योगदान को मिले पूरा सम्मान तभी बनेगा देश महान
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता। यह श्लोक बताता है कि सिर्फ एक खास दिन ही नहीं बल्कि हमेशा ही नारियों का सम्मान होना चाहिए।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता। यह श्लोक बताता है कि सिर्फ एक खास दिन ही नहीं, बल्कि हमेशा ही नारियों का सम्मान होना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का मकसद भी यही है कि हम महिलाओं के उत्थान, सशक्तीकरण, योगदान और समाज के लिए किए जा रहे उनके उत्कृष्ट कार्यों को सम्मान दें, जिससे मातृ शक्ति को प्रोत्साहन मिले और एक ऐसे समाज का निर्माण हो, जिसमें सभी को समानता की दृष्टि से देखा जाए।
बुधवार को नगर निगम सभागार में एक नई दिशा संस्था की ओर से आयोजित सशक्त नारी सम्मान समारोह में महिलाओं ने ये विचार व्यक्त किए। इसमें सुशीला तिवारी अस्पताल, बेस व महिला अस्पताल में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 20 नर्सों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आयोजक विजय पाल ने कहा कि तमाम क्षेत्रों में महिलाएं अपनी प्रतिभा व संघर्ष के बलबूते सफलता हासिल कर रही हैं। संस्था की उपाध्यक्ष करुणा पाल व सचिव सलीम सिद्दीकी ने कहा की नारी का सम्मान मात्र एक दिवस में नहीं होना चाहिए, यह हर दिन, हर पल दिल से होना चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मेयर डॉ. जोगेंद्र रौतेला व विशिष्ट अतिथि पूर्व ब्लॉक प्रमुख संध्या डालाकोटी, डॉ. दयाल शरण, महिला अस्पताल की सीएमएस भागीरथी जोशी, नर्सिग सुप्रिटेंडेंट जेबी मैथ्यूज, डॉ. पवलीन खुराना, डॉ. अजय पाल, वेद पाल, रिपी बिष्ट आदि मौजूद रहे। इन्हें मिला सशक्त नारी सम्मान
समारोह में नर्स यशोदा चौहान, स्मिता अरोरा, कमला नेगी, पिंकी आर्या, रजनी तिवारी, मैग्डलीन, रीना मैसी, वंदना चौधरी, सुनीता भंडारी को सशक्त नारी सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके अलावा मीना एलिजाबेथ, पुष्पा राजवंश, ज्योति उप्रेती, रोजी पॉल, ऊषा मिश्रा, कुसुम स्वेनी, तनुजा कर्नाटक, एलीना, नीलमा सिंह, ममता बिष्ट को भी शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान दिया गया।