नेशनल इंस्टीट्यूट से करार टूटने के बाद सरकार चलाएगी अल्मोड़ा हार्ट केयर सेंटर
पर्वतीय जिलों के बाशिंदों के लिए लाइफ लाइन साबित हो रहे हार्ट केयर सेंटर की धड़कनें फिर लौटेंगी। नेशनल इंस्टीट्यूट से करार टूटने के बाद अब इसे सरकार खुद चलाएगी।
अल्मोड़ा, जेएनएन : पर्वतीय जिलों के बाशिंदों के लिए 'लाइफ लाइन' साबित हुआ हार्ट केयर सेंटर फिर से खुलेगा। नेशनल इंस्टीट्यूट से करार टूटने के बाद अब इसे सरकार खुद चलाएगी। विस उपाध्यक्ष की पहल पर हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती के साथ केंद्र में जरूरत के अनुरूप स्टाफ के लिए शासन स्तर पर कवायद तेज हो गई है।
2016 में तत्कालीन राज्य सरकार व नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट दिल्ली के बीच करार के बाद बेस चिकित्सालय में सेंटर स्थापित किया गया था। इसमें दो हृदय रोग विशेषज्ञ व तकनीकी स्टाफ दिल्ली स्थित संस्थान ने दिए। जबकि आधुनिक मशीनें आदि स्वास्थ्य विभाग की ही थी। इधर, करीब छह दिन पूर्व सेंटर पूरी तरह बंद हो गया था।
विपक्ष व अन्य संगठन हुए हमलावर
हार्ट केयर सेंटर बंद होने की सुगबुगाहट पखवाड़ा पूर्व ही होने लगी थी। राज्य सरकार ने भी करार नहीं बढ़ाया तो केंद्र के बंद होने की संभावनाएं बढ़ गईं। ऐसे में विपक्षी कांग्रेस व अन्य संगठनों ने बकायदा मोर्चाबंदी तेज कर राज्य सरकार पर जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगा धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
रघुनाथ की पहल लाई रंग
राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन के बीच विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने हार्ट केयर सेंटर के मसले पर मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व सचिव स्वास्थ्य से सीधी बात की। तय हुआ कि सेंटर हमेशा के लिए बंद नहीं किया जाएगा बल्कि इसे सरकार खुद चलाएगी। चौहान के आग्रह पर हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती के आदेश भी जारी हो गए हैं।
जल्द खुलेगा हार्ट केयर सेंटर
रघुनाथ सिंह चौहान, विस उपाध्यक्ष ने बताया कि हार्ट केयर सेंटर बहुत जल्द खुलेगा। सीएम, मुख्य सचिव व सचिव स्वास्थ्य से बात कर जो समाधान निकाला गया है, वह पहाड़ के बाशिंदों के हित में है। इसे सरकार खुद चलाएगी। हृदय रोग विशेषज्ञ, सर्जन व कुशल तकनीकी स्टाफ की स्वीकृति मिल गई है। आर्थिक बोझ भी घटेगा। बेस व जिला चिकित्सालय में भी महिला रोग विशेषज्ञों के साथ ही अन्य चिकित्सकों की भी व्यवस्था करा दी गई है।
कार्डियो की जल्द होगी नियुक्ति
डॉ. आरके पांडे, महानिदेशक स्वास्थ्य ने बताया कि हृदय रोग विशेषज्ञ को ज्वॉइन करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। उम्मीद है जल्द ही ज्वाइनिंग हो जाएगी। अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों का पर्याप्त स्टाफ दिया जाएगा ताकि हार्टकेयर सेंटर सुचारु तरीके से निर्बाध चलाया जा सके।
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