वकालत छोड़ने पर रिटायर होता है अधिवक्ता
पूर्व कानून शहरी विकास मंत्री व प्रसिद्ध वकील राम जेठमलानी ने 2015-16 एसोसिएशन कार्यक्रम में कहा था।
किशोर जोशी, नैनीताल : पूर्व कानून, शहरी विकास मंत्री व प्रसिद्ध वकील राम जेठमलानी ने 2015-16 में हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के कार्यक्रम में कहा था कि जीवन में वकील कभी रिटायर नहीं होता। बार एसोसिएशन से नाता टूटने के बाद ही रिटायर होता है। उन्होंने वृद्धावस्था में फिट रहने के रहस्य बताते हुए राज खोला था कि वह नियमित दो घंटे बैडमिंटन खेलते हैं। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सैय्यद नदीम मून बताते हैं कि अपने भाषण में जेठमलानी ने युवा अधिवक्ताओं को अंतररात्मा की आवाज पर काम करने तथा हमेशा सच्चाई का साथ देने की सीख दी थी। साथ ही कहा था कि अधिवक्ताओं को हमेशा मन मस्तिष्क में किसी तरह का पूर्वाग्रह नहीं पालना चाहिए।
जेठमलानी के निधन से अधिवक्ता समाज समेत बुद्धिजीवी तबके में शोक छा गया है। जेठमलानी 2012 में नैनीताल हाई कोर्ट में चर्चित मामले में बहस के लिए आए थे। जबकि 2015-16 में बार एसोसिएशन की ओर से उनका अभिनंदन समारोह आयेजित किया गया। पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल बताते हैं कि सुप्रीम कोर्ट अध्यक्ष के चुनाव में जब जेठमलाली खड़े हुए तो वह भी प्रचार के लिए दिल्ली गए। जीतने के बाद पांच-छह दिन तक उनके बंगले में पार्टियां होती रहीं। पाल के अनुसार वह बेहद कड़क मिजाज व खुले विचारों के थे। उन्होंने परिणामों की चिंता किए बिना कार्य करने की संस्कृति पैदा की। नैनीताल हाई कोर्ट में तमाम केसों की पैरवी को आए थे।
उत्तरा बहुगुणा का केस मुफ्त में लड़ने की पेशकश की थी
2017 में मुख्यमंत्री के दरबार में अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा का केस उन्होने मुफ्त में लड़ने की पेशकश की थी तो सरकार भी सकते में आ गई थी।
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शोक में डूबे अधिवक्ता
प्रसिद्ध वकील राम जेठमलानी के निधन पर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष पूरन सिंह बिष्ट, महासचिव जयवर्धन कांडपाल, पूर्व अध्यक्ष एमसी पंत, वरिष्ठ अधिवक्ता डीके शर्मा, केएस बोरा, पूर्व सचिव संदीप तिवारी, कमलेश तिवारी, महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, सीएससी परेश त्रिपाठी, अपर महाधिवक्ता एमसी पांडे, वरिष्ठ अधिवक्ता बीसी पांडे समेत अन्य ने गहरा शोक प्रकट किया है। साथ ही उनके निधन को न्यायिक जगत के लिए बड़ी कमी करार दिया है।