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मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने कहा, हल्द्वानी में जल्‍द बनेगी जैविक मंडी NAINITAL NEWS

मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने बताया कि हल्द्वानी में शीघ्र जैविक मंडी की स्थापना की जाएगी। जैविक मंडी में केवल जैविक कृषि उत्पादों का ही व्यापार होगा।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 11:36 AM (IST)Updated: Mon, 19 Aug 2019 11:36 AM (IST)
मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने कहा, हल्द्वानी में जल्‍द बनेगी जैविक मंडी NAINITAL NEWS
मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने कहा, हल्द्वानी में जल्‍द बनेगी जैविक मंडी NAINITAL NEWS

भीमताल, जेएनएन : मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने बताया कि हल्द्वानी में शीघ्र जैविक मंडी की स्थापना की जाएगी। जैविक मंडी में केवल जैविक कृषि उत्पादों का ही व्यापार होगा, इससे पर्वतीय अंचल के काश्तकार लाभान्वित होंगे।

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मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट भीमताल में प्रेसवार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों के काश्तकारों को जैविक मंडी में अपने उत्पाद बेचने पर सीधा दोगुना लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा जैविक मंडी में  विभिन्न क्षेत्रों के कलेक्शन सेंटर से कृषि उत्पाद पहुंचेंगे। इन सेंटरों का निर्माण भी मंडी परिषद कराएगी। उनका कहना था कि आमतौर पर काश्तकारों को जैविक उत्पादों का समुचित मूल्य नहीं मिल पाता है, जबकि ऐसे उत्पादों की मांग बाजार में बहुत अधिक होती है। 

उन्होंने कहा कि जैविक मंडी में जब काश्तकारों का जब उत्पाद पहुंचने लगेगा तो लोंगों का रुझान इन उत्पादों की ओर बढ़ेगा और किसानों को उनकी उत्पादों की अच्छी कीमत मिलेगी। मंडी परिषद अध्यक्ष ने शीघ्र ही पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक क्षमता के कोल्ड स्टोरेज बनाने की बात भी कही। बताया कि कोल्ड स्टोरेज बनने से किसानों को आफ सीजन में भी उनके उत्पाद के अधिक दाम मिलेंगे। उन्होंने जैविक खेती करने वाले किसानों को मंडी खुलने के बाद मंडी की तरफ से प्रमाण पत्र और उन्नत बीज और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने की बात कही। इस दौरान दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा, जिला मंत्री दिनेश सांगुडी, मंडल अध्यक्ष पंकज जोशी, प्रदीप पाठक, योगेश तिवारी, गोपेश नौगाई आदि उपस्थित थे। 

रानीबाग के पुल को डेबल लेन में तब्दील करने की मांग 

मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट के भीमताल आगमन पर धारी, ओखलकांडा व रामगढ़ से पहुंचे काश्तकारों ने रानीबाग पुल को डबल लेन में तब्दील करने की मांग उठाई। उनका कहना था कि वर्तमान पुल की चौड़ाई कम होने के कारण आए दिन पुल के दोनों ओर जाम लगा रहता है। जाम में वाहनों के घंटों फंसने के कारण पर्वतीय क्षेत्रों से जाने वाला दूध और शाक-सब्जी के खराब होने की आशंका रहती है। इससे काश्तकारों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। ज्ञापन देने वालों में दुग्धसंघ अध्यक्ष मुकेश बोरा, दिनेश सांगुड़ी, प्रदीप बिष्ट, देवेन्द्र बिष्ट, महेन्द्र पडियार, चंदन संभल, दीपक दानी आदि थे।


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