रानीबाग-नैनीताल रोपवे का डिजाइन छह माह में होगा तैयार, मसूरी-दून में भी बनेगा रोपवे
पर्यटन सीजन के बाद एक बार फिर रानीबाग-हनुमानगढ़ी नैनीताल के बीच 11 किमी रोपवे की कवायद जोर पकड़ने लगी है।
नैनीताल, जेएनएन : पर्यटन सीजन के बाद एक बार फिर रानीबाग-हनुमानगढ़ी नैनीताल के बीच 11 किलोमीटर रोपवे की कवायद जोर पकड़ने लगी है। मसूरी-देहरादून रोपवे भी बनाया जाएगा। दोनों रोपवे सरकार और शासन की प्राथमिकता में शामिल है। नैनीताल-रानीबाग रोपवे से सरोवर नगरी में वाहनों का दबाव कम होगा ही, पार्किग की समस्या का भी समाधान हो सकेगा। इससे न केवल नैनीताल-रानीबाग की दूरी 30 मिनट में तय होगी, बल्कि शहर में वाहनों का आवागमन कम होने से जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी और प्रदूषण भी कम होगा। इस प्रोजेक्ट का जिम्मा पोमा प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है।
शुक्रवार को पर्यटन व संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर रोपवे प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के सिलसिले में नैनीताल पहुंचे। उन्होंने प्राधिकरण सभागार में मंडलायुक्त समेत अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि रोप वे में एचएमटी रानीबाग, डोलमार, ज्योलीकोट व हनुमानगढ़ी मंदिर के समीप पार्क की जरूरत होगी। भूमि चयन व स्थलीय निरीक्षण तेजी से किया जा रहा है। इस रोप-वे में एक घंटे में एक हजार व्यक्ति आवागमन कर सकते हैं। सचिव ने कहा कि प्रोजेक्ट की डिजाइन करीब छह माह में तैयार की जाएगी। इसमें एनजीटी की गाइडलाइन, कोर्ट के दिशा-निर्देशों के साथ ही पर्यावरण मानकों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए मंडलायुक्त ने एडीएम वित्त एवं राजस्व एसएस जंगपांगी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
केएमवीएन-जीएमवीएन एकीकरण में कर्मचारियों की चिंताएं दूर होंगी
पर्यटन सचिव ने कहा कि कुमाऊं मंडल विकास निगम व गढ़वाल मंडल विकास निगम का एकीकरण प्राथमिकता में है। नए ढांचे के लिए बनी समितियों में कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। कर्मचारियों की जो भी चिंताएं होंगी, उसे दूर किया जाएगा।
नारायण नगर में बनेगी पार्किंग
प्राइवेट पार्किग की नीति में ढील देने को तैयार पर्यटन सचिव ने कहा कि नैनीताल के नारायण नगर में एडीबी पर्यटन के मल्टीस्टोरी पार्किग का प्रस्ताव वन विभाग की आपत्ति की वजह से रद करना पड़ा है। अब नए सिरे से प्रस्ताव बनाया जा रहा है। नैनीताल में प्राइवेट पार्किग को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए नियमों में ढील देने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि होटल व्यवसायियों को सीजन व ऑफ सीजन के लिए अलग-अलग टैरिफ जारी करने चाहिए। इससे पर्यटकों में सकारात्मक संदेश जाएगा। यही नहीं ऑनलाइन कंपनियों से पर्यटकों की लूट-खसोट पर अंकुश को गाइडलाइन जारी की गई है। पार्किग के लिए होटल कारिबारियों से मांगे सुझाव पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने पार्किग की समस्या के समाधान के लिए कारोबारियों से भी सुझाव मांगे हैं। टीआरसी सूखाताल में होटल व्यवसाईयों के साथ बैठक के दौरान शहर में आंतरिक रोपवे के लिए भी उन्होंने सुझाव मांगा। होटल एसोसिएशन अध्यक्ष दिनेश साह ने नारायण नगर, मल्लीताल, तल्लीताल व भवाली रोड में स्थाई पार्किग का सुझाव दिया। काठगोदाम-नैनीताल, नैनीताल-कालाढूंगी मार्ग चौड़ीकरण की जरूरत भी बताई। यहां बैठक में होटल व्यवसायी दिग्विजय बिष्ट, आलोक साह, वेद साह, विशाल खन्ना, अतुल साह, बृजसाह आदि मौजूद थे।