जंगल में मशरूम बीनने गई महिला को पहले हाथी ने कुचला फिर बाघ ने खाया NAINITAL NEWS
कटरूवे (जंगली मशरूम) बीनने गई गांव छीनीगोठ की एक वृद्ध महिला को हाथी ने मार डाला। बाद में महिला को बाघ द्वारा अपना निवाला बनाया गया।
चम्पावत/टनकपुर, जेएनएन : कटरूवे (जंगली मशरूम) बीनने गई गांव छीनीगोठ की एक वृद्ध महिला को हाथी ने मार डाला। बाद में महिला को बाघ द्वारा अपना निवाला बनाया गया।
बताया जाता है कि गांव छीनीगोठ निवासी 65 वर्षीय पार्वती देवी पत्नी किशन सिंह अकेले ही मंगलवार को अपराह्न बाद साढ़े तीन बजे अकेले ही कटरूवे बीनने गई थी। जब वह रात्रि को घर नहीं पहुंची तो परिजनों द्वारा काफी खोजबीन की गई। वहीं बुधवार को परिजनों व ग्रामीणों द्वारा जंगल में महिला की खोजबीन की गई। इस बीच छीनीगोठ के जंगल उत्तरी गुलियापानी शारदा रेंज में महिला का क्षत विक्षत शव मिला। सूचना मिलने पर शारदा वन रेंज के एसडीओ राजेश कुमार श्रीवास्तव,रेंजर महेश सिंह बिष्ट व पुलिस टीम के साथ घटना स्थल पहुंचे। जहां शव को कब्जे में लिया गया। वन अधिकारियों का कहना है कि महिला का सिर बुरी तरह से कुचला हुआ था। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है पहले हाथी ने महिला को मारा। बाद में बाघ द्वारा उसे अपना निवाला बनाया गया। इधर पुलिस ने पीएम कर शव को परिजनों को सौंप दिया।
महिला की मौत खींच लाई थी जंगल में
कहते हैं कि जब मौत आती है तो कई बहाने लेकर आती है। यही मृतक महिला पार्वती के साथ भी हुआ। छीनीगोठ गांव के ग्रामीणों ने बताया कि यह महिला घटना की सुबह अपने पोते के साथ जंगल में कटरूवे बीनने गई थी। इस बीच दोनों जंगल से कटरूवे बीनकर घर आ गए, लेकिन अपराह्न बाद यह महिला अकेले ही जंगल को गई। जहां उसके साथ यह घटना हो गई।
सात सालों में जंगली जानवरों ने नौ को उतारा मौत के घाट
शारदा व बूम वन रेंज में पिछले सात सालों में जंगली जानवरों द्वारा नौ ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। जिसमें हाथी द्वारा थ्वालखेड़ा के महेश चंद्र शर्मा, प्रकाश चंद्र पांडेय व सुरेश तथा नायकगोठ के लोकमणी को कुचल कर मार दिया था। वहीं नायकगोठ, बोरागोठ, छीनीगोठ, बस्तिया की सोना देवी, राधा देवी, हेमा देवी, खष्टी देवी, किशन राम को बाघ द्वारा निवाला बनाया गया था।