राष्ट्रीय बाघ सरंक्षण प्राधिकरण जारी करेगा देश भर के बाघों का डाटा NAINITAL NEWS
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व समेत भारत के जंगलों में कितने बाघ है। इसका पता ग्लोबल टाइगर डे 29 जुलाई को लग जाएगा। एनटीसीए द्वारा दिल्ली में बाघों की संख्या की विधिवत घोषणा की जाएगी।
रामनगर, जेएनएन : कॉर्बेट टाइगर रिजर्व समेत भारत के जंगलों में कितने बाघ है। इसका पता ग्लोबल टाइगर डे 29 जुलाई को लग जाएगा। राष्ट्रीय बाघ सरंक्षण प्राधिकरण एनटीसीए द्वारा दिल्ली में बाघों की संख्या की विधिवत घोषणा की जाएगी। एनटीसीए चौथी बार अखिल भारतीय बाघ गणना के परिणाम जारी करेगा। एनटीसीए हर चार साल में देश के जंगलों में बाघों की अनुमानित संख्या का पता लगाने के लिए कैमरा ट्रैप लगाता है। वर्ष 2006 से देश मे एक साथ अखिल भारतीय बाघ गणना कि शुरुआत हुई थी।
इसके बाद वर्ष 2018 में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून के सहयोग से नवंबर से फरवरी तक बाघ गणना के लिए कैमरे ट्रेप लगाए गए थे। वहीं वर्ष 2014 में पिछले बार हुई गणना में सीटीआर में 215 तथा उत्तराखंड में 340 बाघों की मौजूदगी मिली थी। बता दें कि साल 2010 में देश में 1706, 2014 में 2226 बाघ थे। सीटीआर निदेशक राहुल ने बताया कि 29 जुलाई को एनटीसीए बाघों की अनुमानित संख्या का डेटा जारी करेगा। कॉर्बेट में भी बाघ बढऩे की काफी उम्मीद है।
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