संतपाल हत्याकांड : पुलिस ने एक को दबोचा, मुख्य आरोपित गिरफ्त से बाहर
मालधन क्षेत्र में पैसे के लेनदेन के चलते युवक की हत्या कमामले में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। हालांकि गोली चलाने का मुख्य आरोपित पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है।
रामनगर, जेएनएन : मालधन क्षेत्र में पैसे के लेनदेन के चलते युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। हालांकि गोली चलाने का मुख्य आरोपित पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है। काशीपुर पुलिस के सिपाही व उसके दोस्त से उधारी में लिए 43 हजार रुपये की रकम न चुका पाने की वजह से उसे गोली मारने की बात सामने आई है। हत्या से पहले मृतक और आरोपितों की जमकर गुत्थमगुत्था हुई थी। इस पूरे मामले में पुलिस ने सिपाही को भी आरोपित बनाया है। बता दें शनिवार को मालधनचौड़ निवासी संतपाल को गाव में गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत गई थी। बीच बचाव में आए संतपाल के भाई दलवीर और जोगेंदर भी गोली लगने से घायल हो गए थे। पुलिस ने मृतक की पत्नी कुलवती की तहरीर पर अंकित, रिजवान, दीपक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने इस मामले में सोमवार को लालपुर बकसोरा थाना कुंडा काशीपुर के जसपुर क्षेत्र से आरोपित अंकित चौधरी को गिरफ्तार कर लिया।
कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए आरोपित से पूछताछ की गई है। मृतक संतपाल लोगों से उधारी में पैसे लेता था। उसके द्वारा कई लोगों से पैसे लिए जाने की बात सामने आई है। मृतक ने तीन माह पूर्व काशीपुर निवासी राजीव से 25 हजार रुपये व काशीपुर थाने में सीपीयू में मुंशी के पद पर तैनात कपिल से 18 हजार रुपये उधार में लिए थे। दोनों ने अपने पैसे मागे तो वह आनाकानी करता रहा। पैसे न लौटाने की बात उसने अपने साथियों को बताई। घटना के दिन अंकित और सिपाही कपिल वैगनकार से रिजवान घर गए। तीनों कार में बैठकर कुंडा चौराहे पर पहुंचे। इस बीच राजीव कुमार व सुरजीत ढिल्लो भी कार से कुंडा चौराहे पर पहुंचे। इसके बाद पांचों ने संतपाल को फोन करके उधार दिए पैसे मागे। उसने उन्हें वहीं पर रुकने तथा कुंडा चौराहे पर आने की बात कही। शाम साढ़े पाच बजे तक जब वह नहीं पहुंचा तो अंकित ने दोबारा उसे फोन किया।
संतपाल ने फोन पर उन्हें गाली देते हुए धमकी दी कि दम है तो पैसे लेकर दिखाओ। गुस्से में अंकित, कपिल, राजीव व सुरजीत मालधन आ गए और संतपाल के आने का इंतजार करने लगे। जैसे ही वह आया तो आरोपितों ने उसे पकड़ लिया। पैसे को लेकर उनके बीच धक्कामुक्की भी होने लगी। झगड़ा होते देख संतपाल के घर से छह लोग लाठी डंडों के साथ मौके पर आ गए और राजीव व कपिल को पीटने लगे। इस बीच राजीव ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से चार गोलियां चला दी। दो गोलिया संतपाल को लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। उसके बाद से वह मौके से फरार हो गए। खुलासे के दौरान सीओ पंकज गैरोला व कोतवाल रवि सैनी मौजूद रहे।
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