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उत्तराखंड पीसीएस रिजल्ट : दूसरे प्रयास में हिमांशु ने किया टॉप, सेल्फ स्टडी से मिली कामयाबी NAINITAL NEWS

नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक के तुसराड़ गांव निवासी हिमांशु कफल्टिया उत्तराखंड पीसीएस परीक्षा टॉप कर डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 10:35 AM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2019 10:35 AM (IST)
उत्तराखंड पीसीएस रिजल्ट : दूसरे प्रयास में हिमांशु ने किया टॉप, सेल्फ स्टडी से मिली कामयाबी NAINITAL NEWS
उत्तराखंड पीसीएस रिजल्ट : दूसरे प्रयास में हिमांशु ने किया टॉप, सेल्फ स्टडी से मिली कामयाबी NAINITAL NEWS

हल्द्वानी, गणेश पांडे : नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक के तुसराड़ गांव निवासी हिमांशु कफल्टिया उत्तराखंड पीसीएस परीक्षा टॉप कर डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं। हिमांशु को जब अपनी कामयाबी की जानकारी मिली वह पूजा के लिए अपने गांव आए थे। हिमांशु ने दूसरे प्रयास में डिप्टी कलेक्टर बनने में कामयाबी पाई।पिता घनश्याम कफल्टिया जूनियर हाईस्कूल प्रधानाध्यापक पद से रिटायर्ड हैं, जबकि मां गीता कफल्टिया गृहिणी हैं। दैनिक जागरण से फोन पर हुई बातचीत में हिमांशु ने बताया कि 2012 के बैच में उन्होंने पीसीएस परीक्षा पास की थी। वर्तमान में वह टिहरी जिला पंचायत में कार्य अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। 2016 के बैच में उन्हें एसडीएम बनने में कामयाबी मिली। इससे पहले वह एलआईसी में सहायक प्रशासनिक अधिकारी व विजया बैंक में क्लर्क रह चुके हैं। पत्नी गुंजन शर्मा आयकर विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर हैं। दोनों का तीन माह का बेटा है।|

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दिन में नौकरी, रात को करते पढ़ाई 

वर्तमान में टिहरी में कार्यरत हिमांशु सुबह-शाम व रात को पढ़ाई करते थे। सेल्फ स्टडी को ही अपनी कामयाबी की सीढ़ी बनाया। उन्होंने अपनी कामयाबी का श्रेय खुद की मेहनत को मां-पिताजी के आशीर्वाद को दिया। स्वच्छ भारत अभियान में उत्कृष्ट कार्य के लिए 29 जून को हिमांशु को सीएम अवार्ड से सम्मानित किया गया था।

बच्चों की शिक्षा पर काम करना सपना 

हिमांशु कफल्टिया का हल्द्वानी के जयदुर्गा कॉलोनी में भी घर है। लेकिन मां-बाबूजी गांव में रहना पसंद करते हैं। हिमांशु ने बताया कि उनके गांव के लिए चार किमी पैदल चलना पड़ता है। हालांकि अब रोड का काम चल गया है। हिमांशु ने बताया कि वह भविष्य में गरीब बच्चों को घर पर मुफ्त कोचिंग देना चाहते हैं। बच्चे पढ़ सकें इसके लिए गांव में लाइब्रेरी खोलेंगे। इसकी शुरुआत अपने गांव से करेंगे।

भ्रष्टाचार व डीबीटी पर पूछे थे सवाल

हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि साक्षात्कार के दौरान उनके उत्तराखंड के विकास में भ्रष्टाचार किस तरह बाधक है? इसे कैसे रोका जा सकता है। डीबीटी कैसे प्रभावी हो? पहाड़ में बाघों का आतंक किस तरह कम हो सकता है.. आदि सवाल पूछे गए थे। जिनका उन्होंने आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया।

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