पार्सल की डिलेवरी डाक कर्मियों को पड़ रही भारी, जानिए क्या है मामला NAINITAL NEWS
सस्ते दाम का लालच देकर ऑनलाइन कंपनियों के नाम पर फर्जी कंपनियां सक्रिय हैं। लोगों के ऑर्डर की जगह पार्सल में दूसरी ही चीजें निकल रही हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : सस्ते दाम का लालच देकर ऑनलाइन कंपनियों के नाम पर फर्जी कंपनियां सक्रिय हैं। लोगों के ऑर्डर की जगह पार्सल में दूसरी ही चीजें निकल रही हैं। अब इस तरह के पार्सल डाकियों के लिए आफत बन चुके हैं। कैश ऑन डिलीवरी के बाद पार्सल खोलने और उसमें धोखा मिलने पर लोग डाकियों पर बरस रहे हैं। लगातार बढ़ते मामलों से घबराए डाकियों ने अब ऐसी ऑनलाइन कंपनियों के पार्सल की घरों पर डिलीवरी देने से हाथ खड़े कर दिए हैं।
संचार क्रांति के साथ ही कई ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियां भी खुल चुकी हैं। ये कंपनियां बाजार दामों से काफी कम में अपने प्रोडक्ट उपलब्ध कराने का दावा करती हैं। वहीं लोगों की ऑनलाइन खरीदारी में बढ़ती रुचि से ठग गिरोह भी सक्रिय है। ये ठग असली कंपनी की हूबहू ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी बनाकर प्रचार कर रहे हैं। लालच में लोग इन कंपनियों में ऑर्डर देकर सामान मंगा रहे हैं। खास बात यह है कि कंपनियां सामान की डिलीवरी के समय पेमेंट देने के लिए कहती हैं।
पार्सल डाक से भेजे जाते हैं और डाकिए घर पर रुपये लेने के बाद पार्सल देते हैं। वहीं, डाक विभाग के कर्मचारियों के मुताबिक पार्सल में आर्डर के सामान की जगह दूसरी चीजें निकलने के मामले बढऩे लगे हैं। इसका गुस्सा लोग डाकियों पर निकाल देते हैं। लोगों के गुस्से से कई बार डाकियों के पिटने तक की नौबत आ रही है। ऐसे में उन्होंने आला अफसरों से पार्सल की घर पर डिलीवरी देने से इन्कार कर दिया है।
हर माह 25 से 30 फेक पार्सल
डाक विभाग के कर्मचारियों के मुताबिक कुछ साल पहले तक कभी महीनों में एक-दो फेक पार्सल में इस तरह की शिकायतें आती थीं। अब हर माह 25 से 30 फेक पार्सल की शिकायतें आने लगी हैं। फेक पार्सल की लगातार बढ़ रही शिकायतों ने डाक विभाग के लिए मुसीबत खड़ी करनी शुरू कर दी है।
डाकघर बुलाकर दी जा रही डिलीवरी
डाक विभाग के अफसरों के मुताबिक डाकियों के पार्सल डिलीवरी से इन्कार करने पर लोगों को फोन कर डाकघर बुलाया जा रहा है। लोगों को पार्सल लेने से पहले ही इसके फेक होने से आगाह किया जा रहा है। लोगों को अपने रिस्क पर ही पार्सल लेने की जानकारी देकर डिलीवरी दी जा रही है।
केस-1
पोस्टमैन राजीव ने बताया कि पिछले माह एक ऐसे ही पार्सल के चक्कर में डिलीवरी करने गए पोस्टमैन को लेने के देने पड़ गए। उन्होंने बताया कि पार्सल में ऑडर किया गया समान न निकलने पर ऑडरकर्ता अभद्रता पर उतारू हो गया। जैसे-तैसे अपनी बात समझाकर पोस्टमैन वहां से निकल सका।
केस-2
राकेश के अनुसार फेक पार्सल के चलते एक बार पोस्टमैन को ही नुकसान झेलना पड़ गया था। डिलीवरी में ऑडर किया हुआ सामान नहीं निकलने पर ऑडरकर्ता ने पैसे देने से ही मना कर दिया। बाद में पोस्टमैन को उसका भुगतान करना पड़ा।