30 केंद्रों पर पांच हजार परीक्षक जांच रहे बोर्ड की कॉपियां, चार मई तक चलेगा मूल्यांकन
उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन शुरू हो गया। पहले दिन मास्टर ट्रेनरों द्वारा परीक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रदेश में पांच हजार परीक्षकों को मूल्यांकन कार्य के लिए लगाया गया है।
रामनगर, जेएनएन : उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन शुरू हो गया। पहले दिन मास्टर ट्रेनरों द्वारा परीक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रदेश में पांच हजार परीक्षकों को मूल्यांकन कार्य के लिए लगाया गया है। किसी केंद्र में यदि परीक्षक अनुपस्थित होते हैं तो उनकी जगह वेटिंग में रखे गए परीक्षक को बुलाया जाएगा। परीक्षकों की वेटिंग लिस्ट हर मूल्यांकन केंद्र में दी गई है। मूल्यांकन चार मई तक चलेगा। प्रदेश में मूल्याकंन के लिए 30 केंद्र बनाए गए हैं। नैनीताल जिले में हल्द्वानी में दो व एक रामनगर में है। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की सचिव डा. नीता तिवारी ने जिला उधमसिंहनगर में एएन झा इंटर कॉलेज, अपर सचिव बृजमोहन रावत ने कोटद्वार व संयुक्त सचिव एनसी पाठक ने हल्द्वानी स्थित मूल्यांकन केंद्र का निरीक्षण किया। मूल्यांकन कार्य पर नजर रखने के लिए प्रत्येक केंद्र में एक-एक पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। पर्यवेक्षक मूल्यांकन कार्य, कॉपी वितरण, संकलन आदि पर नजर रखेंगे। डॉ. नीता तिवारी, सचिव उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने बताया कि कई परीक्षकों को वेटिंग में रखा गया है। उन्हें अनुपस्थित परीक्षकों की जगह रखा जाएगा। अनुपस्थित परीक्षक को स्पष्टïीकरण देना होगा।
53 विषयों की चेक होगी कॉपी
बोर्ड परीक्षा की कुल 53 विषयों की उत्तर पुस्तिका चेक होंगी। जिसमें हाईस्कूल की 23 तथा इंटर की 30 विषयों की उत्तर पुस्तिकाएं शामिल हैं। मूल्यांकन कक्ष में परीक्षकों के लिए भी दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। परीक्षक एक दिन में हाईस्कूल की 40 तथा इंटर की 30 कॉपियां ही चेक करेगा। इस हिसाब से उसे कुल 15 दिन में हाईस्कूल में छह सौ व इंटर में साढ़े चार सौ कॉपी जांचनी होगी। हाईस्कूल में प्रति कॉपी दस रुपये व इंटर में 14 रुपये परीक्षक को भुगतान किया जाएगा।
कॉपी दोबारा चेक करेंगे अंकेक्षक
परीक्षक द्वारा मूल्यांकन करने के बाद अंकेक्षक भी कॉपी को दोबारा चेक करेगा। जिसमें 0 या 75 से अधिक नंबर होंगे, उन कॉपियों को अंकेक्षक को चेक करना अनिवार्य है। इसके अलावा जांची गई कॉपियों में से 50 प्रतिशत को दोबारा अंकेक्षक चेक करेगा, ताकि गलती पकड़ में आ सके।
जिले के तीन केंद्रों पर 739 परीक्षक
मुख्य शिक्षाधिकारी केके गुप्ता ने बताया कि नैनीताल जिले में बनाए गए तीन केंद्रों पर कुल 739 परीक्षक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे। इनमें 574 परीक्षक, 57 उप निरीक्षक व 108 अंकेक्षक लगाए गए हैं। केंद्र पर एक-एक पर्यवेक्षक भी नियुक्त रहेंगे। तीनों केंद्रों पर 2.15 लाख कॉपियां जांची जाएंगी। 4 मई तक चलने वाले मूल्यांकन में एक परीक्षक को औसतन रोजाना 24 कॉपियां जांचनी होंगी। मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षक मूल्यांकन के लिए निर्धारित समय सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच केंद्र से बाहर नहीं जा पाएंगे। परीक्षा केंद्र के भीतर मोबाइल फोन ले जाने की मनाही रहेगी। सीइओ ने बताया कि जिले में जीजीआइसी कालाढूंगी रोड, एचएन इंटर कॉलेज, जीजीआइसी रामनगर को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है।
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