तराई में दिव्यांग खिलाड़ी भर रहें हैं सफलता की उड़ान, 16 राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए नामित
तराई में प्रतिभा की कमी नहीं है। पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मनोज सरकार को अर्जुन अवार्ड मिलने के बाद दिव्यांग खिलाड़ियों के हौसले बढ़े हैं। पैरा बैडमिंटन पैरालंपिक दौड़ सीटिंग वालीबॉल और 100 मीटर दौड़ में कई दिव्यांग खिलाड़ियों ने नेशनल स्तर तक नाम कमाया है।
रुद्रपुर, जेएनएन : तराई में प्रतिभा की कमी नहीं है। पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मनोज सरकार को अर्जुन अवार्ड मिलने के बाद दिव्यांग खिलाड़ियों के हौसले बढ़े हैं। पैरा बैडमिंटन, पैरालंपिक दौड़, सीटिंग वालीबॉल और 100 मीटर दौड़ में कई दिव्यांग खिलाड़ियों ने नेशनल स्तर तक नाम कमाया है। वर्तमान में जिले के 16 ऐसे प्रतिभावान दिव्यांग खिलाड़ी हैं, जिन्हें विशेष राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
ऊधम सिंह नगर के दिव्यांग खिलाड़ियों ने भी खूब नाम कमाया है। क्रिकेट की बात हो या फिर अन्य कोई भी खेल हो दिव्यांग अपने कदम पीछे नहीं करते। जिले से दक्ष दिव्यांग कर्मचारी श्रेणी में सितारगंज नानकमत्ता स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के सहायक मैनेजर महेश कुमार के आंखों की रोशनी बचपन से ही नहीं है। लेकिन बैंक में सहायक मैनेजर के पद पर रहकर बखूबी अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। राकेश कुमार बौले श्रेणी में आते हैं, लेकिन स्वरोजगार कर खुद के पैरोें पर खड़े हुए हैं।
इसके अलावा दिव्यांग दक्ष खिलाड़ियों में नेशनल पैरा ताइक्वांडाें से सुरेंद्र सिंह रावत, पैरालंपिक दौड़ से किरन, खेल महाकुंभ में विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले रितेश द्विवेदी, साइकीलिंग में दक्ष जोशी, राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ विजेता पूजा, वालीबाल गोल्ड मेडलिस्ट मंजीत सिंह, खेल महाकुंभ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली कुमारी लक्ष्मी, पैरा बैडमिंटन में अक्षम, सीटिंग वालीबाल में राधा कुमारी, सुनीता, चक्का फेंक विजेता गंगावती, सीटिंग वालीबाल में दिनेश कुमार, वालीबाल में नाजिर हुसैन, बैडमिंटन में उमा, खेल महाकुंभ भाला फेंक की विजेता अनुराधा, स्वरोजगार कैटेगरी में गुरदीप सिंह व विश्वनाथ का चयन हुआ है।
कई दिव्यांग छूटे
वैसे तो राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित होने वालों की सूची इस बार जिले स 19 है, लेकिन खिलाड़ियों में इस बात को लेकर मतभेद भी है। कुछ राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों का नाम इस सूची से बाहर रखा गया है, इसलिए सम्मान सूची के मानक को लेकर नाराजगी भी है।
जिले में हैं 250 दिव्यांग खिलाड़ी
ऊधम सिंह नगर में पैरा बैडमिंटन, सीटिंग वालीबाल, हैंडबाल, क्रिकेट सहित विभिन्न 14 खेलों में कुल 250 दिव्यांग खिलाड़ी पंजीकृत हैं। इनमे से 40 फीसद से अधिक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग किया है और पुरस्कृत भी हुए हैं।
तीन दिसंबर को होंगे सम्मानित
चयनित खिलाड़ियों को जिलाधिकारी तीन दिसंगर विश्व दिव्यांग दिवस के दिन सम्मानित करेंगे। खिलाड़ियों को मेडल, प्रमाण पत्र और नकद धनराशि देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। डिसेबल्ड स्पोर्टिंग सोसाइटी ऊधम सिंह नगर के अध्यक्ष हरीश चौधरी का कहना है कि इस बार दिव्यांग खिलाड़ियों को सम्मानित करने का मानक समझ से परे हैं। छह से साल खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने नेशनल खेला है लेकिन उनका नाम नहीं शामिल किया गया है, जबकि वो गोल्ड मेडलिस्ट हैं। कारण रहा कि उनकी दिव्यांगता 45 फीसद रही। प्रतिभावान खिलाड़ी हैं जिले के सभी को सम्मान मिलना चाहिए।