10931 करोड़ पहुंचा नैनीताल बैंक का कारोबार NAINITAL NEWS
नैनीताल बैंक का गत वित्तीय वर्ष में व्यवसाय 10931 करोड़ रुपये जा पहुंचा है जिसमें जमा राशि 7286 व अग्रिम राशि 3645 करोड़ रुपये शामिल है।
नैनीताल, जेएनएन : नैनीताल बैंक का गत वित्तीय वर्ष में व्यवसाय 10931 करोड़ रुपये जा पहुंचा है, जिसमें जमा राशि 7286 व अग्रिम राशि 3645 करोड़ रुपये शामिल है। यह जानकारी बैंक की वार्षिक आमसभा में अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश पंत ने दी। नैनीताल क्लब के शैले हॉल में हुई एजीएम को संबोधित करते हुए चेयरमैन पंत ने कहा ग्राहकों का विश्वास कायम रखने, आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने को प्रयासरत है। कड़ी प्रतिस्पद्र्धाओं के बावजूद वित्तीय पिछले वित्तीय वर्ष में ऋण जमा अनुपात में 50.02 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की। ऋण प्रदान करने में बैंक आरबीआइ की न्यूनतम निर्धारित मानकों से कहीं आगे 56.48 फीसद रहा। बैंक का परिचालन लाभ 11.91 फीसद रहा।
ग्राहकों का अधिक लाभ पहुंचाने के लिए बैंक जमा व ऋण निरंतर प्रयासरत है। बैंक ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के कारोबार में 20 फीसद लक्ष्य साथ लेकर 4.05 वृद्घि दर्ज की है। शाखाओं विस्तार की दिशा में दो नई शाखाएं नानकमत्ता व दिनेशपुर में खोली गई। 2022 तक दो सौ शाखाएं खोले जान का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें चालू वर्ष में 12 नई शाखाएं विभिन्न प्रदेशों में खोल दी जाएंगी। मौजूदा वित्तीय वर्ष में एक लाख नए ग्राहक बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
ग्राहकों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में भीम एप, फिटनेस प्लेटफार्म, सीबीएस, नेट बैंकिंग व यूपीआइ सर्विसेस आदि सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. नारायण सिंह जंतवाल, पान सिंह रौतेला ने एक फर्म को एक करोड़ का ऋण देने के मामले पर सवाल उठाए। जिस पर चेयरमैन ने कहा कि बैंक मानकों के अनुसार ही ऋण प्रदान करता आया है। इस अवसर पर पूर्व चेयरमैन मुकेश शर्मा, निदेशक मंडल के मृदुल कुमार अग्रवाल, आरके मिगलानी, वीसी विस्वास, राघवेंद्र गोयल, जीपी साह, विजय कुमार विग, अनूप साह, अक्षोभ सिंह, प्रवीण साह, रमन गुप्ता, नरेंद्र शर्मा, डीडी जोशी, केएस जीना, ओम प्रकाश जगरवाल, दीपक बिष्टï, मो. असद, रंजना शाह, ईशा गुप्ता, प्रांशु त्रिपाठी, साक्षी मिश्रा, हरेंद्र नगरकोटी, समेत अंशधारक व बैंक अधिकारी मौजूद थे।
यह भी पढ़ें : मंदी के कारण यारसा गंबू का कारोबार संकट में, बिक रहा महज दो से तीन लाख रुपए किलो