नैनीताल रीजन के अलग-अलग डिपो में खड़ी 100 बसें खा रहीं जंग, जानिए कारण
नैनीताल रीजन के अलग-अलग डिपो में खड़ी 100 बसें नीलामी नहीं होने की वजह से जंग खा रही है। देरी की वजह से बसों के दाम और गिरेंगे। उसके बावजूद परिवहन निगम के अफसर मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे।
हल्द्वानी, जेएनएन : नैनीताल रीजन के अलग-अलग डिपो में खड़ी 100 बसें नीलामी नहीं होने की वजह से जंग खा रही है। देरी की वजह से बसों के दाम और गिरेंगे। उसके बावजूद परिवहन निगम के अफसर मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे।
नैनीताल रीजन में अब कुल आठ डिपो आते हैं। जेएनएनयूआरएम डिपो को हाल में काठगोदाम डिपो में विलय के आदेश जारी हुए थे। डिपो के पास मात्र 12 बस होने की वजह से कर्मचारी व अफसरों की तनख्वाह तक नहीं निकल पा रही थी। सिर्फ इसी डिपो की 46 बसें नीलामी वार्ड में खड़ी है। वहीं, अन्य डिपो की मिलाकर नीलम बसों की संख्या 100 से भी पार जा रही है।
आरएम तकनीकी रोडवेज मुकुल पंत के मुताबिक पहाड़ पर पांच लाख और मैदान में आठ लाख किलोमीटर पूरे होने को नीलामी का मानक माना जाता है। इन नियमों के आधार पर ही बसों को नीलामी वार्ड में भेजा गया। मगर परिवहन निगम के आदेश के इंतजार में अब तक बसों को नीलाम नहीं किया जा सका। वहीं, उत्तरांचल रोडवेज यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै ने कहा कि बसों के पुराना होने पर निगम को नुकसान होगा। लिहाजा जल्द प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए।
आज से होगा विलय : चार दिन रोडवेज़ मुख्यालय द्वारा भेजे गए आदेश के मुताबिक आज से जेएनएनयूआरएम का आधिकारिक तौर पर काठगोदाम डिपो में विलय हो जाएगा। चालक-परिचालक व अफसर मिलाकर कुल 100 लोग इन डिपो में तैनात थे। जिसमें से दस को रामनगर व काशीपुर ट्रांसफर किया जाएगा।