जलशक्ति अभियान : राज्य में डेढ़ सौ करोड़ लाख लीटर जल संचय NAINITAL NEWS
जलशक्ति अभियान की मॉनीटरिंग के लिए उत्तराखंड से नैनीताल जिले का चयन किया गया है। पूरे राज्य में 19 लाख कार्य प्रस्तावित किए गए हैं जिससे डेढ़ सौ करोड़ लाख लीटर की क्षमता बढ़ी है।
नैनीताल, जेएनएन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी जलशक्ति अभियान की मॉनीटरिंग के लिए उत्तराखंड से नैनीताल जिले का चयन किया गया है। जिले में जल संरक्षण, जल संचय के कार्यों की हकीकत जानने के लिए भारत सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता अपर सचिव डॉ. एसएस संधू के नेतृत्व में केंद्र सरकार की टीम नैनीताल पहुंच गई है। टीम में उपसचिव मृत्युंजय झा, समिता अरोड़ा, वैज्ञानिक टी थॉमस व आरके जायसवाल शामिल हैं। अभियान के तहत पूरे राज्य में 19 लाख कार्य प्रस्तावित किए गए हैं, जिससे डेढ़ सौ करोड़ लाख लीटर जल संचय क्षमता बढ़ी है।
अपर सचिव संधू समेत टीम के सदस्यों ने समीपवर्ती किलबरी क्षेत्र में नैना देवी बर्ड रिजर्व क्षेत्र में नैनीताल वन प्रभाग द्वारा जल संचय-संरक्षण व संवर्धन कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान राज्य के पेयजल सचिव अरविंद ह्यांकी, डीएम सविन बंसल, डीएफओ बीजूलाल टीआर, रेंजर ममता चंद ने टीम को जल संचय कार्यों की जानकारी दी। अपर सचिव ने जल संरक्षण के लिए रोपे जा रही विभिन्न प्रजातियों के पौधों के रोपण के साथ ही रिंगाल व नैपियर घास आदि की सराहना करते हुए पर्यटन की दृष्टिï से इन पोखरों को सुंदर बनाने की अपेक्षा की। उन्होंने साफ किया कि जल संरक्षण के कार्यों में सीमेंट का प्रयोग न हो बल्कि लकड़ी पत्थरों द्वारा बैठने व मार्ग बनाने में उपयोग करने को कहा, ताकि पर्यटक सुंदर पोखरों को देखने आने के साथ ही प्रकृति का आनंद लें।
60 लाख लीटर तक बढ़ाई जाएगी क्षमता
डीएफओ बीजूलाल व एसडीओ दिनकर तिवारी ने टीम को बताया कि इन पोखरों में 45 लाख लीटर जल संचय किया जा रहा है। इस क्षमता को बढ़ाकर 60 लाख किया जा रहा है। गर्मियों में इससे पानी की कमी पूरी होगी। पानी की कमी की वजह से वन्य जीव गांव तक जाते हैं और मानव-वन्य जीव संघर्ष की संभावना रहती है, इस पोखरों में जल संचय से पानवारों को पानी मिलेगा और छह गांवों को पानी की आपूर्ति होगी, साथ में पर्यटन भी बढ़ेगा।
बढ़ती आबादी की जरूरत पूरी करेगा अभियान
केंद्रीय अपर सचिव संधू ने कहा कि जनसंख्या बढऩे के साथ ही पेयजल संकट बढ़ रहा है। जल स्रोत कम हो रहे हैं। बढ़ती आबादी की पानी की जरूरत पूरी हो, इसके लिए जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित किया जाएगा। पेयजल सचिव ह्यांकी ने कहा कि राज्य में 2017 से जल शक्ति अभियान पर काम करना आरंभ कर दिया था। इस दौरान अपर सचिव व डीएम ने पौधरोपण भी किया। नैनीताल क्लब में सीडीओ नैनीताल विनीत कुमार ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में जल शक्ति अभियान के अंतर्गत तैयार प्रोजेक्ट की रूपरेखा पेश की। इस दौरान एसडीएम विनोद कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार, रेंजर ममता चंद आदि मौजूद थे।
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