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संस्थान की तकनीकों को फील्ड में उपयोग करने की सलाह

केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की में उत्तराखंड के इंजीनियरों के लिए आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागियों से फीडबैक लिया गया। इस दौरान सबने अपने अनुभव साझा किए। साथ ही प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 08:40 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jan 2020 06:16 AM (IST)
संस्थान की तकनीकों को फील्ड  में उपयोग करने की सलाह
संस्थान की तकनीकों को फील्ड में उपयोग करने की सलाह

जागरण संवाददाता, रुड़की: केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की में उत्तराखंड के इंजीनियरों के लिए आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागियों से फीडबैक लिया गया। इस दौरान सबने अपने अनुभव साझा किए। साथ ही प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।

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संस्थान में उत्तराखंड आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग के सहयोग से बहुआपदा प्रतिरोधी आवास एवं पर्यावास विषय पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हो गया। समारोह की अध्यक्षता संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सुवीर सिंह ने की। इस दौरान उन्होंने कहा कि विश्व के हर कोने में हर मौसम में विभिन्न स्तरों पर आपदाएं आती हैं। क्योंकि इनका पूर्वानुमान नहीं किया जा सकता। ऐसे में आपदा जोखिम से पहले इसका नियोजन एवं बचाव की तैयारी करना आवश्यक है। प्रशिक्षण समन्वयक एसके नेगी ने प्रतिभागियों को संस्थान की तकनीकों को फील्ड में उपयोग करने को कहा। इस मौके पर वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. आर धर्मराजू, आशीष पिप्पल, एचके जैन, नरेंद्र कुमार, हरीश कुमार, मेहर सिंह, राजीव बंसल, मनोज त्यागी, सुखबीर शर्मा, विशाल सिंह, सक्षम भारद्वाज, निकिता, रमेश कुमार आदि उपस्थित रहे।


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