कम महिलाओं ने ही बस में किया सफर
रक्षाबंधन पर सरकार की ओर से महिलाओं को उत्तराखंड की सीमा के अंदर निश्शुल्क यात्रा की छूट दी गई थी।
जागरण संवाददाता, रुड़की: रक्षाबंधन पर सरकार की ओर से महिलाओं को उत्तराखंड की सीमा के अंदर निश्शुल्क यात्रा की छूट दी गई थी। इसके लिए रुड़की डिपो में सुबह से ही अतिरिक्त चालक-परिचालकों को बुलाया गया था। इसके बाद बसों का संचालन शुरू किया गया। लेकिन, कम संख्या में ही महिलाएं यात्रा के लिए पहुंची।
बस अड्डे पर सुबह से लेकर शाम तक महिलाओं का इंतजार होता रहा। लेकिन, बेहद कम संख्या में ही महिलाओं ने रुड़की से हरिद्वार, देहरादून, ऋषिकेश एवं नारसन बॉर्डर तक का सफर किया। वरिष्ठ केंद्र प्रभारी विवेक कपूर ने बताया कि कुल 15 बसों का संचालन किया गया। अन्य दिनों की तुलना में कम संख्या में ही यात्री रहे। कई बसों में तो आठ से दस यात्रियों ने ही हरिद्वार तक का सफर तय किया।
बॉर्डर पर प्रवेश को लेकर होती रही नोकझोंक: नारसन बॉर्डर पर सुबह से ही पुलिसकर्मी बिना ई-पास के आने वाले यात्रियों को रोक रहे थे। बॉर्डर पर महिलाएं पुलिसकर्मियों के आगे गिड़गिड़ाती रही कि उन्हें भाई को राखी बांधने जाना है, लेकिन नियमों का हवाला देते हुए उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। काली नदी एवं मंडावर चेकपोस्ट पर भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति बनी रही।