लीकेज से पानी बर्बाद, सड़कों को भी क्षति
जल ही जीवन है जल है तो कल है जैसे स्लोगन से आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने वाला महकमा खुद इसे लेकर गंभीर नहीं है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : जल ही जीवन है, जल है तो कल है जैसे स्लोगन से आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने वाला महकमा खुद इसे लेकर गंभीर नहीं है। पेयजल लाइन पर नासूर बनी लीकेज की समस्या को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। रेलवे रोड पर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के पास पिछले काफी समय से लीकेज से पानी की बर्बादी हो रही।
धर्मनगरी में करीब दो साल से कुंभ के तहत कई तरह के निर्माण कार्य चल रहे हैं। भूमिगत विद्युत लाइन, गैस पाइपलाइन, हाईवे चौड़ीकरण आदि कार्य के चलते आए दिन पानी की लाइन डैमेज हो रही है। जगह-जगह लीकेज से जहां पानी की बर्बादी हो रही है। वहीं, सड़कों को भी नुकसान पहुंच रहा है। बूढ़ी माता मंदिर पर लीकेज दुरुस्त कराने को कनखल क्षेत्र के व्यापारियों ने तीन दिन पहले प्रदर्शन भी किया था। टिबड़ी के पास सड़क मरम्मत के दौरान सोमवार को पानी की लाइन फटने से शहरियों को दिक्कतें झेलनी पड़ी थी। लो प्रेशर के चलते कई घरों में पानी नहीं पहुंचा था। सोमवार को लीकेज मरम्मत कार्य के चलते ज्वालापुर क्षेत्र के निवासियों को भी दिन भर पानी नसीब नहीं हो पाया था।
रेलवे रोड पर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के पास और लोनिवि कार्यालय की ओर जाने वाले मार्ग पर भी पिछले काफी समय से लीकेज की समस्या बनी है। हैरत की बात यह कि इस मार्ग से जिम्मेदारों का भी आना जाना लगा रहता है। लेकिन, समस्या से स्थायी निजात दिलाने को कोई गंभीर नहीं है। जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता राजीव सैनी ने बताया कि पेयजल लाइनों के लीकेज की मरम्मत कराई जा रही है। जहां भी समस्या है उसे दुरुस्त किया जाएगा।