रेलवे स्टेशन पर पानी को हाहाकार
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: रेलयात्रियों पर शुक्रवार का दिन भारी गुजरा। स्टैंड पोस्ट की मर
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: रेलयात्रियों पर शुक्रवार का दिन भारी गुजरा। स्टैंड पोस्ट की मरम्मत आदि कार्यों के चलते पूरे दिन स्टेशन की जलापूर्ति बाधित रही। यात्री बूंद-बूंद पानी को तरस गए। प्यास बुझाने को यात्रियों को बोतलबंद पानी का सहारा लेना पड़ा।
गर्मी बढ़ने के साथ ही यात्रियों के हलक सूखने लगे हैं। ए-वन श्रेणी के हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर स्टैंड पोस्ट की मरम्म्त आदि कार्यों के चलते शुक्रवार को पूरे दिन प्लेटफार्मों पर जलापूर्ति बाधित रही। यात्री बूंद-बूंद पानी को तरस गए। पानी की आस में यात्री हाथ में बोतल लिए स्टैंड पोस्ट की ओर से दौड़, लेकिन निराशा हाथ लगी। स्टैंड पोस्ट पर लगी टोटियां गायब थी। इधर पानी का सैंपल फेल होने के चलते रेलवे प्रशासन ने जो वाटर एटीएम बंद कराए थे, वह भी अब तक चालू नहीं हो पाया है। इसके चलते भी यात्रियों को साफ और शीतल जल के लिए इधर- उधर भटकना पड़ा।
बता दें कि रेलवे स्टेशन पर सात वाटर एटीएम बूथ स्थापित हैं। जो पिछले करीब नौ माह से बंद थे। इनमें पिछले दिनों कुछ की मरम्मत करा चालू कराने की कवायद हुई, लेकिन पानी का सैंपल फेल होने के साथ संचालन संबंधी मानक पूरे न होने पर रेलवे प्रशासन ने इसे बंद करा दिया था। पानी की किल्लत के चलते मजबूरी में यात्रियों को महंगा बोतलबंद पानी का सहारा लेना पड़ा। इससे आम यात्रियों की जेबें ढीली हुई। स्टेशन अधीक्षक कक्ष के अलावा वे¨टग और रिटाय¨रग रूम आदि में पानी की किल्लत से यात्रियों को समस्याओं से दो चार होना पड़ा। रेलवे कॉलोनी में भी पानी का प्रेशर कम होने की शिकायतें आई। हालांकि पिछले दिनों रेलकर्मियों ने एसएसइ वर्क्स का इस समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट किया था, लेकिन स्थिति अब भी पहले जैसी ही है। 19 का परिवहन नीर 20 रुपये में
हरिद्वार: रेल नीर की तर्ज पर उत्तराखंड परिवहन निगम नीर बूथ बस स्टैंडों पर स्थापित किया गया है। यहां एक लीटर पानी की कीमत 19 रुपये निर्धारित है, लेकिन बूथ संचालक यात्रियों से 20 रुपये वसूल रहे हैं। बूथ संचालक जहां खुले पैसे का पेच बता रहा है, वहीं परिवहन निगम के स्थानीय अधिकारी भी इस ओर से मुंह फेरे हैं। वर्जन
प्लेटफार्मों पर स्टैंड पोस्ट की मरम्मत कार्य के चलते जलापूर्ति रोकी गई थी। मरम्मत उपरांत जलापूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।
डीएस रावत, एसएसइ वर्क्स, हरिद्वार