फोटो 27::: कथा श्रवण से जागृत होता है व्यक्ति का विवेक
संवाद सहयोगी हरिद्वार कथा वाचक महामंडलेश्वर स्वामी प्रणब चैतन्यपुरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: कथा वाचक महामंडलेश्वर स्वामी प्रणब चैतन्यपुरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से भगवान के अवतार स्वरूप गुण और प्रभाव का ज्ञान होता है। कथा श्रवण से ही व्यक्ति का विवेक जागृत होता है। श्रीमद् भागवत में ज्ञान भक्ति और वैराग्य का प्रतिपादन किया गया है, इन्हीं तीनों से साधक की साधना परिपूर्ण होती है।
हरिपुर कलां में स्थित आनंद वन आश्रम में परमार्थ साधक संघ ने श्रीमद्भागवत कथा आयोजित किया है। यह कथा संस्थापक ब्रह्मालीन आचार्य महामंडलेश्वर 1008 श्री स्वामी विष्णुपुरी श्रद्धांजलि सभा के अवसर पर आयोजित है। कथा वाचक महामंडलेश्वर स्वामी प्रणब चैतन्यपुरी ने श्रीमद्भागवत कथा महिमा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि माया के कारण जीव सभी नाम रूपों के अधिष्ठाता परमात्मा को यथार्थ स्वरूप में अनुभव नहीं कर सकता। कथा के समापन अवसर पर 18 अप्रैल को अंतिम आहुति दी जाएगी। इस मौके पर भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।