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नौनिहालों में बढ़े श्वास नली में इंफेक्शन के मामले

मौसम का बदला मिजाज नौनिहालों के साथ ही बुजुर्गों को बीमार कर रहा है। सामान्य वायरल के साथ ही वायरल आरटीआइ (रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट इंफेक्शन) यानि श्वास नली में इंफेक्शन की शिकायत ज्यादा आ रही है। चिकित्सकों ने बदलते मौसम में सफाई और खानपान आदि को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 08:05 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 08:05 PM (IST)
नौनिहालों में बढ़े श्वास नली में इंफेक्शन के मामले
नौनिहालों में बढ़े श्वास नली में इंफेक्शन के मामले

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: मौसम का बदला मिजाज नौनिहालों के साथ ही बुजुर्गों को बीमार कर रहा है। सामान्य वायरल के साथ ही वायरल आरटीआइ (रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट इंफेक्शन) यानि श्वास नली में इंफेक्शन की शिकायत ज्यादा आ रही है। चिकित्सकों ने बदलते मौसम में सफाई और खानपान आदि को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

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बरसात में डेंगू, मलेरिया के साथ ही दूषित जल के सेवन से होने वाली बीमारियों के बीच वायरल के मामलों में भी उछाल आया है। रोजाना अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज उपचार को पहुंच रहे हैं। इनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है। मौसमी वायरल के साथ ही नवजात से लेकर बड़े बच्चों में वायरल आरटीआइ के मामले सामने आ रहे हैं। इसमें बच्चों की श्वास नली में इंफेक्शन खत्म होने में लंबा वक्त लग रहा है। महिला अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. संदीप निगम ने बताया कि मौसम में बदलाव के साथ ही सामान्य वायरल के मामले बढ़े हैं। इससे हर आयुवर्ग का व्यक्ति प्रभावित है। खांसी, जुकाम, बुखार इसके सामान्य लक्षण हैं, जो पांच से सात दिन में ठीक हो जाता है। चिकित्सकों की ओपीडी में आने वाले मरीजों में 80 फीसद वायरल के मरीज आ रहे हैं। इसके अलावा बच्चों में वायरल आरटीआइ के मामले तेजी से बढ़े हैं। श्वास नली में इंफेक्शन की शिकायत 20 दिन के नवजात से लेकर आठ-दस साल के बच्चों में भी आ रही है। बीमारी को ठीक होने में लंबा वक्त भी लग रहा है।

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इन बातों का रखें ख्याल

- यथासंभव ठंड से बचें

- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं

- मास्क का प्रयोग जरूर करें

- सफाई का ख्याल रखें

- ताजा भोजन लें, मौसमी फल खाएं

- बगैर डाक्टर की सलाह दवा न लें

- खांसी-जुकाम होने पर खुद कफ सीरप न लें।

- एंटी बायोटिक का इस्तेमाल स्वयं न करें।

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मौसम में बदलाव के चलते वायरल और वायरल आरटीआइ के मामले बढ़े हैं। खांसी, जुकाम, बुखार आदि की शिकायत पर बगैर डाक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक दवाएं, कफ सीरप आदि का इस्तेमाल न करें। खानपान और सफाई आदि का विशेष ख्याल रखें।

डा. संदीप निगम, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ, महिला अस्पताल, हरिद्वार


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