रेकॉर्ड न मिलने से परेशान हैं रामपुर व पाडली के लोग
संवाद सहयोगी रुड़की पाडली गुर्जर व रामपुर गांव के लोगों को दस्तावेज बनवाने के लिए भी भटकना पड़ रहा है। परिवार रजिस्टर की नकल लेना और जन्म प्रमाण-पत्र बनवाना भी मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों को निगम से ब्लॉक और ब्लॉक से निगम भेजा रहा है।
संवाद सहयोगी, रुड़की: पाडली गुर्जर व रामपुर गांव के लोगों को दस्तावेज बनवाने के लिए भी भटकना पड़ रहा है। परिवार रजिस्टर की नकल लेना और जन्म प्रमाण-पत्र बनवाना भी मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों को निगम से ब्लॉक और ब्लॉक से निगम भेजा रहा है।
नगर निगम से रामपुर व पाडली गांव को बाहर किए जाने से दोनों गांव का विकास कार्य तो पूरी तरह से चौपट हो ही गया है। वहीं सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई है। दोनों गांवों में जगह-जगह कूड़े के ढेर ही नजर आ रहे हैं। सबसे बड़ी परेशानी यह झेलनी पड़ रही है कि उनका कोई दस्तावेज नहीं बन पा रहा है। परिवार रजिस्टर तक की नकल लेने के लिए ग्रामीणों को भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब वे परिवार रजिस्टर की नकल लेने के लिए नगर निगम जाते हैं तो उन्हें बताया जाता है कि उनका गांव निगम से बाहर हो चुका है। इसलिए यहां से कोई नकल जारी नहीं होगी। जब वह ब्लॉक कार्यालय जाते हैं तो वहां कहा जाता है कि उनके पास कोई रेकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। इसी तरह से बच्चे का जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने में भी ग्रामीणों को इसी तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही है। पाडली गुर्जर गांव निवासी नौशाद अली ने बताया कि उनके गांव का रेकॉर्ड कहां है। इस बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। उनके गांव को निगम से बाहर कर दिया है तो उसका सभी रेकॉर्ड ब्लॉक कार्यालय में भेज देना चाहिए था। ताकि ग्रामीण ब्लॉक से अपने कार्य करा लेते। नगर निगम की नगर आयुक्त नूपुर वर्मा ने बताया कि पाडली और रामपुर दोनों गांव निगम से बाहर हैं। निगम अब इन दोनों गांव से संबंधित कोई प्रमाण-पत्र जारी नहीं कर सकता है।