Uttarakhand Paper Leak: परीक्षाओं में धांधली से सहमे उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने उठाया कदम, मोबाइल प्रतिबंधित
Uttarakhand Paper Leak प्रतियोगी परीक्षाओं में एक के बाद एक सामने आ रहीं धांधली से सहमे उत्तराखंड लोकसेवा आयोग ने आयोग में मोबाइल फोन को प्रतिबंधित कर दिया है। इसकी पुष्टि आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने की।
अनूप कुमार सिंह, हरिद्वार: Uttarakhand Paper Leak: प्रतियोगी परीक्षाओं में एक के बाद एक सामने आ रहीं धांधली से सहमे उत्तराखंड लोकसेवा आयोग ने आयोग में मोबाइल फोन को प्रतिबंधित कर दिया है।
आयोग कर्मियों को परिसर में मोबाइल लाने की अनुमति तो होगी पर, उन्हें उसे अपने कार्यस्थल पर ले जाने की अनुमति कतई नहीं होगी। आयोग के परीक्षा और परीक्षा प्रश्न पत्र से जुड़े गोपन विभाग के कर्मियों पर इस नियम का कड़ाई से पालन किया जाएगा।
विशेष परिस्थितियों में आयोग के केवल उच्चाधिकारियों और उनसे संबंधित स्टाफ जिनका गोपन विभाग से कोई सीधा संपर्क नहीं है, को ही जांच के बाद मोबाइल लाने-ले-जाने की अनुमति होगी।
पहले लेखपाल परीक्षा और अब एई व जेई परीक्षा में आयोग के दो-दो अनुभाग अधिकारियों की संलिप्तता के बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग प्रशासन ने यह कदम उठाया है। इसकी पुष्टि आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने की। उन्होंने बताया कि परिसर में मोबाइल को प्रतिबंधित कर दिया गया है। साथ लाने वाले कर्मियों को इसे अपने कार्यस्थल पर जाने से पहले क्लाक रूप में रखना अनिवार्य होगा।
एसटीएफ ने किया था लेखपाल भर्ती परीक्षा गड़बड़ी का पर्दाफाश
आठ जनवरी को उत्तराखंड में आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा के समाप्त होने के पांच दिन बाद उत्तराखंड एसटीएफ ने इस बात का पर्दाफाश किया था कि परीक्षा से पहले परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर दिया गया था और लीक करने वालों ने प्रश्न पत्र खरीदने वाले अभ्यार्थियों को विभिन्न रिसार्ट में उसे हल करने का अभ्यास भी कराया था।
इस मामले में एसटीएफ ने मुख्य आरोपित के तौर पर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग गोपन विभाग तीन के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को पकड़ा था।
संजीव पर आरोप है कि उसने आर्थिक लाभ के लालच में अपनी पत्नी रितु के मोबाइल से आयोग के गोपन विभाग में रखे प्रश्नपत्रों की फोटो खींच कर उसे इंटरनेट मीडिया के माध्यम से बाहर पहुंचाया था। एसटीएफ ने इस मामले में लिप्त के पत्नी सहित कुल नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, बाद में इसकी जांच एसआइटी को दे दी गई।
इस घटना के बाद से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने को लगातार कदम उठा रहा है। तीन फरवरी को एसटीएफ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कड़े निर्देश के बाद आयोग की ओर से मई 2022 में जेई के 735 और एई 166 पदों के लिए कराई गई भर्ती परीक्षा में धांधली होने पर कनखल थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया।
एई-जेई परीक्षा में बैठे थे 48 हजार के करीब अभ्यार्थी
लेखपाल भर्ती परीक्षा में धांधली के बाद से ही एई-जेई परीक्षा में धांधली होने की चर्चा इंटरनेट मीडिया सहित चहुं ओर हो रही थी। इन परीक्षाओं में 48 हजार के करीब अभ्यार्थी बैठे थे। आयोग ने लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया था पर, साक्षात्कार नहीं हो सका था। साक्षात्कार की तिथि घोषित होने की तैयारी चल रही थी कि लेखपाल भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्र लीक प्रकरण सामने आ गया।
आयोग को लेखपाल भर्ती परीक्षा दोबारा करने की घोषणा के साथ आठ जनवरी की परीक्षा को निरस्त करना पड़ा। इसकी नई परीक्षा 12 फरवरी को होनी है। आयोग इसकी तैयारी में लगा हुआ था कि एई-जेई परीक्षा में धांधली और मुकदमा दर्ज होने की बात सामने आ गई। इस मामले में आयोग के दो अनुभाग अधिकारियों की मुख्य संलिप्तता सामने आई है। इसमें एक तो लेखपाल भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरफ्तार व निलंबित संजीव चतुर्वेदी है, जबकि दूसरे अनुभाग अधिकारी का नाम भी संजीव है।
इसका पूरा नाम संजीव कुमार बताया जा रहा है, एसआइटी ने इनके सहित नौ के विरूद्ध कनखल थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले में भी मोबाइल के गलत उपयोग की बात सामने आई है। अपने ही अधिकारियों की मोबाइल फोन से गई कारस्तानी से लगातार किरकिरी झेल उत्तराखंड लोकसेवा ने शुक्रवार की घटना के बाद आयोग परिसर में मोबाइल फोन को प्रतिबंधित कर दिया।