Uttarakhand Lockdown: राशन की दुकानों पर हर रोज उड़ रही नियमों की धज्जियां, सोशल डिस्टेंसिंग नहीं आ रही नजर
राशन की दुकानों पर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। रुड़की में शहर से लेकर देहात तक राशन की दुकानों पर हर रोज शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम बेमाने साबित हो रहे हैं।
हरिद्वार, जेएनएन। हरिद्वार जिले में जगह-जगह राशन की दुकानों पर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। रुड़की में शहर से लेकर देहात तक राशन की दुकानों पर हर रोज शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम बेमाने साबित हो रहे हैं। प्रशासन भी नियमों का पालन कराने में सफल नहीं हो पा रहा है। शुक्रवार को भी राशन की दुकानों का यही हाल रहा।
लॉकडाउन की अवधि के दौरान लोगों के घरों में पर्याप्त मात्र में खाद्यान्न बना रहे। इसके चलते सरकार की ओर से राशन की दुकानों पर एडवांस में गेहूं-चावल भेज दिया गया है। ऐसे में राशन की दुकानों पर जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। लोग शारीरिक दूरी का उल्लंघन करते हुए राशन लेने को आपाधापी मचाए हुए हैं। शुक्रवार को शहर की कई दुकानों पर सुबह चार बजे से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई। इसके अलावा झबरेड़ा कस्बे में भी राशन की दुकान पर जबरदस्त भीड़ रही। राशन लेने को लेकर लोगों में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ रही।
प्रशासन को बार-बार सूचना देने के बावजूद इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। कुछ लोगों ने इस बात की शिकायत अपर उप जिलाधिकारी से की तो एएसडीएम गोपाल सिंह चौहान मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पुलिस बल के साथ शारीरिक दूरी बनवाकर राशन वितरण शुरू कराया। एएसडीएम ने बताया कि शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
कार्डधारकों की बढ़ रही मुश्किलें
लक्सर में राशन की पांचों दुकानें निलंबित होने के कारण कार्डधारकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इनके निलंबन के बाद जिन राशन डीलरों को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत राशन वितरण का जिम्मा सौंपा गया है उन्होंने अभी तक राशन वितरण शुरू नहीं किया है। राशन विक्रेताओं से राशन वितरण के संबंध में सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। इससे कार्डधारक अस्थायी दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं। राशन वितरण में अनियमितता के आरोप के चलते नगर में सस्ते गल्ले की पांचों दुकानें निलंबित हैं।
विभाग की ओर से आसपास के गांवों के पांच राशन विक्रेताओं को वैकिल्पक व्यवस्था के तहत नगर में राशन वितरण का जिम्मा सौंपा गया है। यह राशन विक्रेता यहां अस्थायी दुकानों पर लोगों को राशन का वितरण करते हैं। नगर निवासी राजेश, सविता, नीलम, सुनीता आदि के अनुसार अभी तक राशन विक्रेताओं ने राशन वितरण शुरू नहीं किया है। आपूर्ति निरीक्षक बिंदु नेगी का कहना है कि नगर की पांचों दुकानों के निलंबन के चलते इनका जिम्मा ग्रामीण क्षेत्र के राशन डीलर को सौंपा गया है जिसके चलते कुछ दिक्कत आई है दो दिन के भीतर नगर की सभी दुकानों पर राशन वितरण का कार्य शुरू हो जाएगा।
राशन की दुकानों पर शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं
शहरों में तो कुछ हद तक शारीरिक दूरी के नियमों का पालन हो रहा है। लेकिन, ग्रामीण क्षेत्र में सस्ते गल्ले की दुकानों पर भीड़ जमा होकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सरकारी गल्ले की दुकानों पर सरकार की ओर से तीन माह का राशन वितरित किया जा रहा है। गुरुवार को पथरी क्षेत्र के पदार्था गांव में राशन लेने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। वहीं घोस्सीपुरा गांव लोगों ने लाइन तो लगाई थी। वहीं, ग्रामीणों ने कम राशन देने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। धनपुरा गांव में सरकारी गल्ले की दुकान पर भी कुछ ऐसा ही हाल रहा। उधर, फेरूपुर पुलिस चौकी प्रभारी उमेश कुमार का कहना है कि पुलिस कर्मी राशन की दुकानों पर भेजे जा रहे हैं।
राशन डीलर पर गड़बड़ी का आरोप
लक्सर के प्रतापपुर गांव के कुछ ग्रामीणों ने गांव के राशन विक्रेता पर राशन वितरण में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। गांव के कुछ ग्रामीणों का आरोप है कि राशन विक्रेता ने उनके कार्ड ऑनलाइन कराने के लिए जनवरी में लिए थे। इसके बाद उसने कार्ड में जनवरी के साथ ही फरवरी व मार्च का भी राशन एडवांस में दर्ज कर दिया और उन्हें राशन भी नहीं दिया। ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की। वहीं राशन विक्रेता मोतीराम और ग्राम प्रधान रामकुमार ने ग्रामीणों के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि गांव की राजनीति के चलते गलत आरोप लगाए गए हैं।
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