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Uttarakhand Health Facility: महिला ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म, सूचना के एक घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस, बिहार निवासी मजदूर परिवार पहुंचा था हरिद्वार

Uttarakhand Health Facility देर रात एक गरीब गर्भवती महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के पिता ने अपनी कमीज उतारकर बच्चे को ओढ़ाया। मामला बिलकेश्वर रोड ब्लड बैंक के नजदीक का है। फोन करने के एक घंटे बाद एम्बुलेंस मौके पर आई।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 29 Jul 2022 11:12 AM (IST)Updated: Fri, 29 Jul 2022 11:12 AM (IST)
Uttarakhand Health Facility: महिला ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म, सूचना के एक घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस, बिहार निवासी मजदूर परिवार पहुंचा था हरिद्वार
Uttarakhand Health Facility: देर रात एक गरीब गर्भवती महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Uttarakhand Health Facility:  एंबुलेंस न पहुंचने पर एक महिला ने गुरुवार देर रात सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। सूचना के करीब एक घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस जच्चा-बच्चा को लेकर महिला अस्पताल पहुंची। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती किया गया। हालांकि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

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ब‍िहार की रीना, पति देहरादून में राजमिस्त्री का करता है काम

राजकीय महिला अस्पताल में भर्ती ग्राम डुंगरी जिला पूर्वी चंपारण बिहार निवासी रीना ने बताया कि उसका पति रामबाबू देहरादून में राजमिस्त्री का काम करता है। पिछले कुछ समय से वहां काम न मिलने के चलते परिवार चलाना मुश्किल हो रहा था। इस पर उन्होंने पति को बच्चों संग बिहार छोड़ने को कहा। पैसा न होने पर पति ने कुछ दिन हरिद्वार में मेहनत-मजदूरी कर पैसों का इंतजाम करने की बात कही। इस पर गुरुवार देर रात पूरा परिवार ट्रेन से हरिद्वार पहुंच गया। उसे प्रसव पीड़ा होने पर एक व्यक्ति ने महिला अस्पताल जाने की सलाह दी।

इस पर सभी पैदल ही अस्पताल जाने लगे। जानकारी के अभाव में वो भटकते हुए ब्लड बैंक के समीप पहुंचे तभी प्रसव पीड़ा तेज होने पर उसने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। किसी व्यक्ति ने इसकी सूचना एंबुलेंस सेवा को दी। महिला के पति रामबाबू का आरोप है कि सूचना के करीब एक घंटे बाद एंबुलेंस जच्चा-बच्चा को लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंची। अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. संदीप निगम ने सुबह बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण किया, जिसमें वह स्वस्थ पाया गया।

डा. निगम ने बताया कि अस्पताल के रिकार्ड में जच्चा-बच्चा को भर्ती कराने का समय तड़के 2:50 है। बताया कि मजदूर परिवार के पास किसी भी तरह के कोई कागजात नहीं थे। हालांकि नवजात का टीकाकरण कराया गया है। बताया कि महिला के पहले से तीन बच्चे हैं।

गरीब मजदूर ने अपनी शर्ट उतार नवजात को ढका

मजदूर दंपती के पास तन ढकने के अलावा और कोई कपड़ा नहीं था। पत्नी के सड़क पर बच्चा जनने पर मजदूर रामबाबू ने आनन-फानन में अपनी शर्ट उतारकर पत्नी और नवजात को ढका। वायरल वीडियो में उसके तन पर लिबास नहीं दिख रहा।

इनका कहना है

जच्चा-बच्चा को 108 एंबुलेंस लेकर पहुंची थी। जिन्हें तत्काल भर्ती कर स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। दोनों स्वस्थ हैं।

डा. राजेश गुप्ता, सीएमएस, राजकीय महिला अस्पताल, हरिद्वार

गर्भवती महिला के सड़क पर प्रसव होने को गंभीरता से लिया गया है। एंबुलेंस सेवा से इसकी जानकारी मांगी गई है।

डा कुमार खगेंद्र सिंह, सीएमओ, हरिद्वार

रात दो बजे महिला के सड़क किनारे प्रसव होने के संबंध में फोन आने पर तत्काल जिला अस्पताल में तैनात एंबुलेंस को मूव करने को कहा गया था। एंबुलेंस में फूड प्वाइजनिंग से संबंधित केस के बाद उल्टी आदि की सफाई की जानकारी दिए जाने पर भगत सिंह चौक पर तैनात एंबुलेंस को केस ट्रांसफर किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए ऋषिकुल एंबुलेंस को भी मौके पर जाने को कहा गया। इस बीच बहादराबाद से एंबुलेंस किसी मरीज को लेकर मेला अस्पताल पहुंची थी। सड़क किनारे महिला के प्रसव की जानकारी मिलने पर तत्काल वही एंबुलेंस मौके पर पहुंची और महिला के प्लेसेंटा के साथ बच्चे की सफाई के साथ अन्य आवश्यक चिकित्सकीय प्रक्रिया पूरी की। इसी बीच 2:20 पर भगत सिंह चौक और ऋषिकुल से निकली एंबुलेंस भी वहां पहुंच गई थी। साढ़े तीन बजे जच्चा-बच्चा को महिला अस्पताल पहुंचा दिया गया था।

दीपेश शर्मा, डिस्ट्रिक्ट काडिüनेटर, 108 एंबुलेंस सेवा


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