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अपने भविष्य के लिए जाएं पोलिंग बूथ तक: स्मृति ईरानी

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की में चार दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव थोम्सो का आगाज मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 25 Oct 2018 08:08 PM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 08:19 AM (IST)
अपने भविष्य के लिए जाएं पोलिंग बूथ तक:  स्मृति ईरानी
अपने भविष्य के लिए जाएं पोलिंग बूथ तक: स्मृति ईरानी

रुड़की, हरिद्वार [रीना डंडरियाल]: युवाओं को अपने आने वाले भविष्य को ध्यान में रखते हुए पोलिंग बूथ तक जरूर जाना चाहिए। जिससे कि सही प्रत्याशी का चयन हो और उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। यह बात केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की में चार दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव थोम्सो में बतौर मुख्य अतिथि कही। केंद्रीय मंत्री ने उद्घाटन समारोह में भाषण न देकर सिर्फ छात्र-छात्राओं के प्रश्नों का जवाब दिया।

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चार दिवसीय थोम्सो समारोह का हुआ शुभारंभ

आइआइटी रुड़की के दीक्षांत भवन में गुरुवार को चार दिवसीय थोम्सो के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि वे संस्थान में आयोजित सांस्कृतिक महोत्सव में बोरिंग भाषण नहीं देना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित छात्र-छात्राएं उनसे प्रश्न पूछे और वे उनका जवाब देंगी लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि उनसे उनके बीते जीवन के बारे में कोई प्रश्न पूछकर उन्हें परेशानी में नहीं डालें।

लड़कियों एवं महिलाएं खुद को बनाएं काबिल

इसके बाद कई छात्र-छात्राओं ने उत्साह के साथ केंद्रीय मंत्री से चुनाव, शिक्षा व्यवस्था, छात्रवृत्ति, वेतनमान को लेकर पुरुषों एवं महिलाओं के बीच होने वाले भेदभाव, विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन, उनके बीते समय में एक कलाकार होने एवं राजनीतिक व्यक्तित्व से संबंधित और अन्य प्रश्न पूछे। केंद्रीय मंत्री ने भी उत्साह के साथ छात्रों के प्रश्नों का जवाब दिया। कहा कि लड़कियों एवं महिलाओं को खुद को इतना काबिल बनाना चाहिए कि कोई भी एजेंसी जब उन्हें नौकरी पर रखे तो वेतनमान को लेकर कोई भेदभाव नहीं कर सके।

एक कलाकार के तौर पर आप मुझे चार साल की उम्र से देख रहे हैं

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता एवं उसमें सुधार के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से पिछले कई सालों से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम की ओर से काम किया जा रहा है। एक छात्र की ओर से उनके कलाकार एवं राजनीतिक करियर से जुड़े एक सवाल के जवाब में मजाकिया लहजे में स्मृति ईरानी ने कहा कि एक कलाकार के तौर पर आप मुझे चार साल की उम्र से देख रहे हैं, उसके लिए मैं आपकी आभारी हूं। कहा कि मैंने दोनों ही करियर साथ शुरू किए थे लेकिन चार साल की आयु में एक कलाकार के तौर पर मैं कैमरे के सामने थी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने के कारण कैमरा वहां तक नहीं पहुंच पाता था इसलिए मेरे राजनीतिक करियर के बारे में लोगों को काफी बाद में पता चला। चुटीले अंदाज में कहा कि मैं आपकी शुक्रगुजार हूं की आप मुझे देखते थे उससे मुझे पे चेक मिलता था और मेरे बच्चे पढ़ते थे।

छात्र-छात्राएं थोम्सो का भरपूर आनंद लें और अनुशासन में रहें

इस मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि थोम्सो को लेकर संस्थान के छात्रों की ओर से पिछले पांच-छह महीनों से तैयारियां की जा रही थी। उन्होंने आइआइटी के और विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए छात्र-छात्राओं को थोम्सो के जरिए कुछ नया सीखने की बात कही। कहा कि सभी छात्र-छात्राएं थोम्सो का भरपूर आनंद लें और अनुशासन में रहें।

चार दिनों में होंगे कुल 120 इवेंट्स

थोम्सो में देहरादून, मेरठ, दिल्ली-एनसीआर समेत विभिन्न शहरों के शिक्षण संस्थानों से चार हजार से अधिक विद्यार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं। थोम्सो में नृत्य, संगीत, कुकिंग, फैशन शो आदि प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। चार दिनों में कुल 120 इवेंट्स होंगे। इसके अलावा विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर कार्यशालाएं और अतिथि व्याख्यानों का भी आयोजन होगा। इसके अलावा शाम के वक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। गुरुवार को सांस्कृतिक संध्या में कॉमेडी शो का आयोजन किया गया। उधर, उद्घाटन समारोह में डीन आफ स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. आनंद जोशी, प्रो. अजय वासन, प्रो. एमके बरुआ, थोम्सो के कंवीनर सुयश सिंह और काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

नहीं टूटनी चाहिए बाउंड्री वॉल 

गत वर्ष थोम्सो के दौरान एक कार्यक्रम में छात्रों की भीड़ उमड़ने के कारण दीक्षांत भवन की बाउंड्री वॉल पर दबाव पड़ने से वह टूट गई थी। ऐसे में मंच में आते ही स्मृति ईरानी ने छात्रों को कहा कि इस बार बाउंड्री वॉल नहीं टूटनी चाहिए। यह सुनकर दीक्षांत भवन में हंसी गूंजने लगी। कहा कि निदेशक ने भी छात्रों को अनुशासन में रहने की बात की है। 

आपके डायरेक्टर और डीन से मैं जवान हूं

एक छात्र ने एक सवाल के दौरान केंद्रीय मंत्री से कहा कि वह बचपन से टीवी पर उन्हें देख रहे हैं। इस पर स्मृति ईरानी ने छात्र का शुक्रिया अदा करने के साथ ही कहा कि शायद वह उन्हें उनकी उम्र याद दिला रहे हैं। इसके बाद उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि वह उनके डायरेक्टर से जवान हैं और शायद डीन से भी। क्योंकि वे अभी केवल 42 वर्ष की ही हैं। 

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