गन्ना समिति चेयरमैन ने चीनी मिल, विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा
जागरण संवाददाता, रुड़की: लिब्बरहेड़ी गन्ना समिति के चेयरमैन कुलदीप चौधरी ने लिब्बरहेड़ी च
जागरण संवाददाता, रुड़की: लिब्बरहेड़ी गन्ना समिति के चेयरमैन कुलदीप चौधरी ने लिब्बरहेड़ी चीनी मिल एवं गन्ना विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लिब्बरहेड़ी चीनी मिल एवं गन्ना विभाग मिलकर पिछले साल की भांति स्थानीय किसानों की पर्चियों को रोककर उप्र से माफियाओं का गन्ना खरीदने की तैयारी में है। वह ऐसा हरगिज नहीं होने देंगे।
शनिवार को लिब्बरहेड़ी चीनी मिल से गन्ना समिति के चेयरमैन कुलदीप चौधरी ने गन्ने की पर्चियों के बंडल को उठा लिया था। जिस पर मिल की ओर से उनके खिलाफ मंगलौर कोतवाली में तहरीर दी गई है। गन्ना समिति चेयरमैन कुलदीप चौधरी ने इस मामले में लिब्बरहेड़ी चीनी मिल प्रबंधन एवं समिति के अधिकारियों के खिलाफ पुलिस को अवगत कराया। उन्होंने रविवार को पत्रकारों से बीतचीत के दौरान कहा कि लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने पिछले साल भी अवैध रूप नकद गन्ने की खरीद की थी। विभाग की ओर से छानबीन की गई थी। किसानों की पर्चियों को जारी करना गन्ना समिति का अधिकार है। गन्ना समिति ही पर्चियों के वितरण की व्यवस्था करती है। गन्ना समिति बोर्ड इस पर निगरानी रखता हैं, लेकिन जिस तरह से गन्ना विभाग की मिलीभगत से लिब्बरहेड़ी चीनी मिल में पर्चियां भेजी गई वह गलत हैं और स्थानीय किसानों को धोखा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह इकबालपुर गन्ना समिति के दफ्तर नहीं गए। लिब्बरहेड़ी गन्ना समिति के दफ्तर में कुछ किसानों ने उन्हें इस बात की जानकारी दी थी, जिस पर उन्होंने लिब्बरहेड़ी चीनी मिल में जाकर छापा मारा था। जिस पर उन्होंने पर्चियों को पकड़ा था। चीनी मिल उनके या किसी किसान ने कोई तोड़फोड़ नहीं की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सहायक गन्ना आयुक्त किसानों के हितों की अनदेखी कर केवल चीनी मिल का हित देख रहे हैं। मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने गन्ना मंत्री एवं गन्ना आयुक्त को भी मामले से अवगत कराया है। जरूरत पड़ी तो वह स्थानीय किसानों के साथ मिलकर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।