हरिद्वार में गंगा घाटों की सफाई को अभियान शुरू, पहले दिन 15 मीट्रिक टन कूड़ा एकत्र
गंगनहर में पानी रोकने के बाद हरिद्वार में विभिन्न घाटों पर सफाई का महाभियान शुरू कर दिया गया है। इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ ही आम जन भी बढ़चढ़कर भागीदारी कर रहा है। महाभियान में करीब दो हजार स्वयं सेवियों की मदद से 15 मीट्रिक टन कचरा एकत्र किया गया।
हरिद्वार, जेएनएन। गंगनहर में पानी रोकने के बाद हरिद्वार में विभिन्न घाटों पर सफाई का महाभियान शुरू कर दिया है। इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ ही आम जन भी बढ़चढ़ कर भागीदारी कर रहा है। रविवार को महाभियान में करीब दो हजार स्वयं सेवियों की मदद से हरकी पैड़ी समेत विभिन्न घाटों से 15 मीट्रिक टन कचरा एकत्र किया गया। प्रशासन की अपील का असर यह रहा कि करीब दो हजार लोग सफाई कार्य में जुटे रहे। इससे उत्साहित मेलाधिकारी कुंभ दीपक रावत ने कहा कि 'अभियान जन आंदोलन का रूप ले रहा है।' उन्होंने कहा कि एक माह तक जारी रहेगा।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने गंगनहर को एक माह तक बंद रखने का निर्णय लिया है।इस दौरान नहर की सफाई के साथ ही कुंभ के लिए होने वाले कार्य भी किए जाएंगे। गंगनहर में पानी बंद होने के बाद प्रशासन ने भी विभिन्न घाटों की सफाई का निर्णय लिया। रविवार को सफाई अभियान की शुरुआत हरकी पैड़ी क्षेत्र से मेलाधिकारी दीपक रावत के नेतृत्व में की गई। इस दौरान हरकी पैड़ी के अलावा मालवीय द्वीप, नाई घाट, कश्यप घाट के साथ ही पुल जटवाड़ा में कचरा एकत्र किया गया। मेलाधिकारी ने बताया कि अभियान में दो दर्जन स्वयं सेवी संस्थाओं के दो हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रयास है कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छ और निर्मल गंगा के दर्शन हों। सफाई अभियान में सहयोग कर रही श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि गंगा को निर्मल बनाना हम सब का कर्तव्य है। इसीलिए प्रत्येक शहरी को इस पुनीत कार्य में योगदान करना चाहिए।
गंगनहर में पानी रोकने के बाद हरिद्वार में विभिन्न घाटों पर सफाई
गंगनहर में पानी रोकने के बाद हरिद्वार में विभिन्न घाटों पर सफाई का महाभियान शुरू कर दिया है। इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ ही आम जन भी बढ़चढ़कर भागीदारी कर रहा है। रविवार को महाभियान में करीब दो हजार स्वयं सेवियों की मदद से हरकी पैड़ी समेत विभिन्न घाटों से 15 मीट्रिक टन कचरा एकत्र किया गया। प्रशासन की अपील का असर यह रहा कि करीब दो हजार लोग सफाई कार्य में जुटे रहे। इससे उत्साहित मेलाधिकारी कुंभ दीपक रावत ने कहा कि 'अभियान जन आंदोलन का रूप ले रहा है।' उन्होंने कहा कि एक माह तक जारी रहेगा।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने गंगनहर को एक माह तक बंद रखने का निर्णय लिया है।इस दौरान नहर की सफाई के साथ ही कुंभ के लिए होने वाले कार्य भी किए जाएंगे। गंगनहर में पानी बंद होने के बाद प्रशासन ने भी विभिन्न घाटों की सफाई का निर्णय लिया। रविवार को सफाई अभियान की शुरुआत हरकी पैड़ी क्षेत्र से मेलाधिकारी दीपक रावत के नेतृत्व में की गई। इस दौरान हरकी पैड़ी के अलावा मालवीय द्वीप, नाई घाट, कश्यप घाट के साथ ही पुल जटवाड़ा में कचरा एकत्र किया गया। मेलाधिकारी ने बताया कि अभियान में दो दर्जन स्वयं सेवी संस्थाओं के दो हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रयास है कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छ और निर्मल गंगा के दर्शन हों। सफाई अभियान में सहयोग कर रही श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि गंगा को निर्मल बनाना हम सब का कर्तव्य है। इसीलिए प्रत्येक शहरी को इस पुनीत कार्य में योगदान करना चाहिए।
अभियान में जुटा नगर निगम का अमला
सफाई महाभियान में नगर निगम का पूरा अमला जुटा रहा। सहायक नगर आयुक्त विनोद के नेतृत्व में नगर निगम के 450 और नमामि गंगे अंतर्गत अनुबंधित संस्था आकांक्षा इंटरप्राइजेज के 350 पर्यावरण मित्र स्वयंसेवियों की मदद में जुटे रहे।
ज्वालापुर ट्रेचिंग ग्राउंड में एकत्र किया जा रहा कचरा
अभियान के पहले दिन 15 मीट्रिक टन कूड़ा निकला। नगर निगम के कूड़ा वाहनों से इकट्ठा किए गए कूड़े को ज्वालापुर के सराय स्थित ट्रेचिग ग्राउंड में रखा गया है। सहायक नगर आयुक्त विनोद कुमार के मुताबिक पूरी तरह से कूड़े का निस्तारण सोमवार सुबह तक ही हो पाएगा।
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